पीएम मोदी ने मंगलवार को फोन पर उत्तराखंड के सिलक्यारा सुरंग से सुरक्षित निकाले गए मजदूरों से घंटो बातचीत की और कुशलक्षेम जाना। बातचीत के दौरान पीएम मोदी और मजदूरों को सबसे पहले बधाई दी कि 17 दिनों के बाद सभी 41 मजदूर सुरक्षित सुंरग से बाहर निकल सके। मजदूरों ने कहा कि हम तकरीबन 18 दिनों तक सुरंग में फंसे रहे लेकिन हम लोगों को कभी घबराहट नहीं हुई।
सिलक्यारा सुरंग से सुरक्षित निकाले गए मजदूरों से पीएम मोदी ने फोन पर की बात।
पीएम नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के सिलक्यारा सुरंग से सुरक्षित निकाले गए सभी 41 मजदूरों का हाल-चाल जाना। उन्होंने मंगलवार को फोन पर मजदूरों से घंटो बातचीत की और कुशलक्षेम जाना। बातचीत के दौरान पीएम मोदी और मजदूरों को सबसे पहले बधाई दी कि 17 दिनों के बाद सभी 41 मजदूर सुरक्षित सुंरग से बाहर निकल सके।
पीएम मोदी ने बातचीत की शुरुआत में कहा कि यह केदरनाथ बाबा और बद्रीनाथ भगवान की कृपा रही कि सभी मजदूर सही सलामत सुरंग से बाहर निकल सके। आप लोगों ने (मजदूर) ने सुरंग में मौजूद एक-दूसरे लोगों का हौसला बनाए रखा। यह एक बड़ी बात है।
मजदूरों ने कहा- हम लोग सुरंग में भाई की तरह रहते थे
मजदूर ने कहा, सर हम लोग तकरीबन 18 दिनों तक सुरंग में फंसे रहे, लेकिन हम लोगों को कभी घबराहट नहीं हुई। हम 41 लोग सुरंग में फंसे थे। सभी अलग-अलग जिले से ताल्लुक रखते थे। हम लोग सुरंग में भाई की तरह रहते थे। सुरंग में सब एक दूसरे की मदद करते थे।
सुरंग में मजदूर योगाभ्यास करते थे
उन्होंने आगे कहा कि खाना आता था तो मिल-बांट कर हम सभी खाते थे। रात में खाना खाने के बाद जितने भी आदमी थे, सभी पैदल टहलते थे। सुरंग में 2.5 किलोमीटर था। वही, सुबह हम सभी मजदूर योगाभ्यास करते थे।
मैं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह को धन्यवाद कहना चाहता हूं। दोनों हमेशा मजदूरों से संपर्क में रहे। लगातार हमारा हाल-चाल पूछते थे। जब हम सुरंग से बाहर निकले तो धामी साहब ने हमें गले लगाया।
इसपर पीएम मोदी ने कहा, हां वीके साहब भी पूरा दिन वहां रहे और जनरल की तरह की पूरी डिसिप्लीन में वहां मौजूद थे।