नफरत की दीवार गिरा दो ,
सबके दिल में प्यार जग दो।
हिन्दू और मुसलमा पीछे,
पहले सब इंसान बना दो।
जाती धर्म सरहद के झगड़े,
किसे क्या मिला जरा बता दो।
मानवता के ये दुश्मन हैं,
इन्हें हरा दो दूर भगादो।
नफरत की दीवार गिरा दो ,
सबके दिल में प्यार जगा दो।
हिन्दू और मुसलमा जागो,
और अमन के फूल खिला दो।
जो नश्लो में बाँट रही है,
वो साज़िश नाकाम बना दो।
नफरत की दीवार गिरा दो,
सबके दिल में प्यार जगा दो।
हिन्दू और मुसलमा पीछे,
पहले सब इंसान बना दो।
किसके लहू का रंग दूजा,
आज जरा ये भेद बता दो।
एक ही मालिक के सब बन्दे,
सारे झगडे आज मिटा दो।
दिल में सबके प्यार जगालो,
खुद को बस इंसान बनालो।।