क्रिकेट विश्वकप खत्म हो चुका है। ऑस्ट्रेलिया कप अपने नाम कर चुकी है।भारत को फाइनल में हार मिली है लेकिन इस हार से देश के लोग मायूस तो हैं लेकिन टीम पर विश्वास अभी भी अडिग है।
आप भारत के उन 10 मैचों की हाईलाइट गर्व से सीना चौड़ा करके देख सकते हैं, जिन मैचों में टीम इंडिया ने विपक्षी टीमों को स्ट्रीट की टीमों की तरह मात दी।
टीम इंडिया ने रणबांकुरों ने 46 दिन तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में 45 दिन तक धाकड़ों की तरह देशवासियों का सीना गर्व से चौड़ा किया मानते हैं फाइनल का दिन हमारा नहीं था।
लेकिन एक दिन की हार की परवाह देश के क्रिकेट प्रेमियों को नहीं है। आपने देश को उन 10 मैचों में इतनी खुशियाँ दे दीं जिन्हें आने वाले कई सालों में देश संजो के रखेगा।हां हार का गम सभी देशवाशियों को है, लोगों की आंखें नम हैं, जहन से फाइनल की कडवी यादें जाने का नाम नहीं ले रहीं लेकिन हमें हमारी टीम पर नाज भी है और गर्व भी।
भारत ने इन 15 रणबांकुरों ने पिछले 46 दिनों में दुनिया का सबसे बेहतरीन क्रिकेट खेलकर देश का नाम विश्व पटल पर रौशन किया है।
दुनिया की बड़ी से बड़ी टीमों को इस तरह हरा देना जैसे सामने बच्चे खेल रहे हों, ऐसा तो विश्व की सर्वश्रेष्ठ टीम ही कर सकती है और टीम इंडिया विश्वकप हारने के बाद भी दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम है।
तो क्या हुआ आप फाइनल नहीं जीते...तो क्या हुआ विश्वकप देश में नहीं...हुआ तो यह कि दुनिया की टीमों में रोहित एंड कंपनी ने जिस तरह का खौफ बिठा दिया वो आने वाले कई दिनों तक जहन से नहीं जाएगा। बात बस इतनी है कि, एक दिन की हार की किसे परवाह…