7 नवंबर को शांति पूर्ण रूप से मतदान संपन्न हुआ। मतदान के पश्चात इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन और वीवीपेट कड़ी सुरक्षा के बीच विधानसभा क्षेत्रवार बनाये गये स्ट्रांग रूमों में रखी गई है। वहीं अब 3 दिसंबर को होने वाली मतगणना की तैयारी शुरू हो गई है।
मतगणना के वक्त सुरक्षा को लेकर चुनाव आयोग अलर्ट रहता है, यही कारण है की आयोग अलग-अलग स्तर पर मतगणना के लिए सुरक्षा व्यवस्था की जाती है, जहां अबकी बार मतगणना स्थल पर VIP एंट्री को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है।
कुछ ऐसा है नियम
चुनाव आयोग के निर्देशानुसार मतगणना केंद्रों में VIP लोगों को प्रवेश नहीं मिलेगा। राज्य के मंत्री हो या फिर केंद्र के मंत्री मतगणना केंद्रों में उन्हें प्रवेश नहीं दिया जाएगा। मंत्री, सांसद, विधायक और महापौर गणना एजेंट भी नहीं बन सकेगें। साथ ही शासकीय कर्मचारी भी पार्टियों के एजेंट नहीं बन सकेगें। मंत्रीगण केवल उस स्थिति में ही मतगणना केन्द्रों में प्रवेश पा सकेंगे, जब वे खुद विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार हों। वे केवल उसी विधानसभा क्षेत्र के मतगणना कक्ष में प्रवेश कर सकेंगे, जहां से वे चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन ऐसी स्थिति में उनकी सुरक्षा के लिए तैनात सशस्त्र गार्डों को मतगणना केन्द्र के भीतर प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
3 दिसंबर को होगी मतगणना
मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के लिए आगामी 3 दिसंबर को मतों की गणना होनी है, जहां इसे लेकर तैयारियां का सिलसिला भी जारी है। प्रदेश के अलग-अलग स्थान पर होने वाली मतगणना को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट नजर आ रहा है, तो वहीं मतगणना स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खास प्लान भी तैयार किया गया है। इधर, मतगणना को लेकर चुनाव आयोग की ओर से दिए जा रहे दिशा-निर्देशों का पालन भी सख्ती के साथ किया जा रहा है। वहीं अब 3 दिसंबर का दिन मतगणना का रहेगा, जब मतपेटियों से प्रत्याशियों का भाग्य उजागर होगा।