World Savings Day 2023 कोई भी सपने को पूरा करने या फिर एक अच्छी लाइफस्टाइल जीने के लिए पैसों की जरूरत होती है। इसके अलावा वित्तीय तौर पर स्थिर रहने के लिए सेविंग बहुत जरूरी होता है। सेविंग को बढ़ावा देने के लिए हर साल 30 अक्टूबर को विश्व बचत दिवस मनाया जाता है। इसमें लोगों को सेविंग के लिए जागरुक करने के लिए अभियान चलाया जाता है। जानिए यह दिवस का इतिहास क्या है।
आज भारत में मनाया जा रहा है World Savings Day
हर साल 31 अक्टूबर को दुनियाभर में विश्व बचत दिवस (World Savings Day) मनाया जाता है। यह दिवस सविंग पर जोर देने के लिए मनाया जाता है। कोई भी आपात स्थिति में लड़ने के लिए या फिर रिटायरमेंट के बाद भी इनकम को जारी रखने के लिए सेविंग काफी जरूरी होती है। यह आपकी इनकम को सुरक्षित रखती है साथ ही आपको वित्तीय तौर पर मजबूती देती है।
विश्व बचत दिवस का उद्देश्य है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को सेविंग के लिए जागरूक करना है। इसके अलावा भविष्य के लिए बचत कितनी जरूरी है इसकी जानकारी भी ज्यादा से ज्यादा लोगों को देने के लिए कई अभियान और गतिविधियों को आयोजित किया जाता है। आइए, विश्व दिवस के बारे में विस्तार से जानते हैं।
विश्व बचत दिवस का इतिहास
विश्व बचत दिवस का कनेक्शन विश्व के पहले सेविंग बैंक कांग्रेस से जुड़ा है। सबसे पहले दुनिया में विश्व बचत दिवस का आयोजन इटली में किया गया था। यह आयोजन 30 अक्टूबर 1924 में किया गया था। इसे अधिकारिक रूप से 31 अक्टूबर 1924 में स्थापित किया गया था। इसके बाद से हर साल 31 अक्टूबर को विश्व बचत दिवस मनाया जाता है।
भारत में 30 अक्टूबर को विश्व बचत दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को विभिन्न सेविंग तकनीक के बारे में जानकारी देना है।
विश्व बचत दिवस का महत्व
एक अच्छी लाइफ स्टाइल को जीने के लिए सेविंग बहुत जरूरी है। आज के समय युवाओं को बचपन से ही सेविंग के महत्व को बताने के लिए इसके विकास पर जोर दिया जाता है। सेविंग के बारे में सबसे ज्यादा जागरूक करने की जरूरत आर्थिक रूप से कमजोर पीढ़ियों को होती है। अगर उन्हें सेविंग की महत्वता को लेकर पूर्ण जानकारी दें तो वह खुद को आर्थिक तौर पर सशक्त कर पाएंगे।
अभी तक इस साल यानी विश्व बचत दिवस 2023 की वैश्विक थीम की घोषणा नहीं हुई है। उम्मीद की जा रही है कि इस बार भी वैश्विक अभियानों को लेकर जागरुकता अभियान चलाया जा सकता है और यही इस साल की थीम होगी।