एक बार एक बहुत बड़ा जंगल था उसमें बहुत से जंगली जानवर भी रहते थ
माँ जी देखो बाबा देखो बहिना मेरी रट लगाती है। 'मैं भी स्कूल चलूँगी भैय्या'
रंगीली ने टीनू को इतनी स्वादिष्ट खीर के लिए एक अनोखे अंदाज में धन्यवा
टीनू अब बहुत खुश रहता था। उसकी आदतों में भी बदलाव आ गया था। वैसे टीनू पहले भी बुरा नहीं था लेकिन अब
टीनू को बड़ी बेसब्री से रविवार का इंतजार था। उसने सोचा तितलियों को फूल
टीनू एक छोटा प्यारा बच्चा था। एक बार मस्ती करते हुए उसने बहुत से पेड़-
टीनू एक छोटा सा प्यारा सा बच्चा था। टीनू को फूल और तितलियाँ बहुत ही प
गहरा जवाब बात आज से लगभग पंद्रह वर्ष पुरानी है. पच्चीस की आयु
बच्चे मन के सच्चे होते हैं। हृदय से नाजुक फूल होते हैं।। बचपन में कली की मानिंद कोम
नव कपल का इतिहास बदल दे
एक नया एहसास देकर