shabd-logo

भूत-प्रेत

hindi articles, stories and books related to Bhut-pret


मैं उस औरत की बात सुनकर हक्का-बक्का उसकी तरफ देखने लगा मेरी समझ में क

नरेटर---गुफा के पास पहुंचकर विरप्पा चौंक गया। पहरेदार की तरह एक सिंह


कभी कभी हमारी जिंदिगी मे कुछ ऐसा होता है जिस पर यकीन करना हमारे लिए बहुत मुश्किल ह

अबे कम से कम पाँच पंक्ति तो दिखाओ। 
दौड़ दौड़ के इनवाइट कर रहे हो कि shabd.in पर आ

तब बारहवीं कक्षा में पढ़ रहा था ।  रमेश बड़ा ही होनहार था ।  उसकी मेघा केवल स्कूली शिक्ष

शिवानी एक दूसरे शहर में किराए पर रहती है। उसके कमरे में एक लड़की और रहती है। इस दूसरी लड़की का

अगले दिन राज दरबार लगा। जैसा की सभी को विदित ही था कि वीरप्पा को आज स

 जुमानी की माँ बहुत दुखी थी,पति कैंसर से मर गए। एक बेटा और बेटी सर्प दंश से काल कलवित हो गए।

क्या आपने कभी नागमणी देखा है, या फिर इस बात में यकीन रखते हैं कि नागमणी का कोई
अस्तित्व भी हो

वीरप्पा की जीत से वैभवराज खुश थे। उन्होंने दूसरे दिन राजदरबार में वीर

आसमान काली घटा से घिरा हुआ था जहाँ तक नज़र जाती दूर तक सिर्फ बादल नज़र आते शाम के 4 बज रहे थे , लेकिन

दोपहर के समय जब सभी भोजन ले रहे थे। और राजा भी अपने महल में चले गए थे

अंधेरी रात,,, सुनसान सड़क,,, और उस पर दौड़ती डॉ. बत्रा की कार। बेटवाड

hello dosto jaldi hi mai apke samne present krugi ek khubsurt horrer love story , kya aap uske

सभी यौद्धाओं ने प्रत्यंचा चढ़ा रखी थी। वीरप्पा ने सबसे पहले निशाना साध

शाही परिवार और समस्त राज्य उल्लास से नाचने गाने लगे। आखिर राजा को सन्

"अवनी ओ अवनी। बेटा उठ जा। ऑफिस नहीं जाना क्या तूने!"

 
रोशन अपने ऑफिस में लैपटॉप पर कम्पनी को म

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए