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दैनिक प्रतियोगिता

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आज के भागदौड़ भरी जिंदगी में युवाओ में बढ़ता तनाव लाजमी ही है उसके कई कारण है एक तो बेरोजगारी जो की अपने चरम सीमा पर है आज के युवा अपने परिवार का भरण पोषण के लिये कठोर परिश्रम कर दूर जाकर नौकरियां कर रह

आज के भागदौड़ भरी जिंदगी में युवाओ में बढ़ता तनाव लाजमी ही है उसके कई कारण है एक तो बेरोजगारी जो की अपने चरम सीमा पर है आज के युवा अपने परिवार का भरण पोषण के लिये कठोर परिश्रम कर दूर जाकर नौकरियां कर रह

आज के भागदौड़ भरी जिन्दगी में युवाओ में बढ़ता तनाव लाजमी ही है उसके कई कारण है एक तो बेरोजगारी जो की अपने चरम सीमा पर है आज के युवा अपने परिवार का भरणपोषण के लिये कठोर परिश्रम कर दूर जाकर नौकरियां कर रह

अगर भारत के युवा की आज बात करे तो भारत का युवा आज खोखला होता जा रहा है जिसके मुख्य कारण है कॉलेज इत्यादि में नशे का व्यापार अनुशासनहीनता,अपनी संस्कृति को ना जानना धर्म से दूर चले जाना, हर उस चीज का है

यह विषय बहुत ही जटिल व बहुत ही पुराना है पूर्व से लेकर अभी तक जितनी भी सरकारे आयी है सभी में यह मुद्दा गरमाया हुआ था और आज भी यह गरमाया हुआ है की बेरोजगारी का कैसे समाधान किया जावे जितनी भी सरकारे आज

भारत एक ऐसा देश है जिसकी संस्कृति और विरासत की गाथा का आगे बड़े बड़े देश भी सर झुकाते है जिस देश की मिट्टी में भगवान कृष्ण व भगवान श्री राम ने जन्म लिया जिस देश की मिट्टी में बड़े बड़े वीर व वीरांगनाओं ने

हम हर साल कोई ना कोई दिवस मनाते है और उसके उपरांत उस दिन शपथ लेकर के अगले दिन भूल जाते हैं ऐसी ही आज राष्ट्रीय प्रदूषण नियन्त्रण के उपलक्ष्य में सभी सरकार व जनता शपथ लेंगी की हम प्रदूशण नही करेंगे वगे

राजनीती ही भाई भतीजावाद है यहां कोई किसी का सगा नही है सब एक ही थाली के चट्टे बट्टे है जनता का ही पैसा खाकर के जनता को ही वापस दे रहे है यही राजनीती है आम जनता और गरीब इसका कोई सगा नही है परिश्रम करने

सरकार जिसे जनता अपने चुनाव से पांच वर्ष के लिये कुर्सी पर बिठाती है की वो उनके लिये कुछ अच्छा करेगी किंतु देखने वाली बात यह है की जिसे भी कुर्सी पर बैठा दो वो केवल और केवल पांच वर्षों में कितना पैसा क

वैसे तो सभी बुधिजीवी नारा लगाते रहते है की शिक्षा सभी को मिलनी चाहिये शिक्षा में सभी का अधिकार है पर अगर देखा जावे तो कहने और करने में बहुत अन्तर है आज जहां सब कुछ बिजनस बन चुका है अगर उसको मद्देनजर र

जब भी बात धर्म की हो तो सभी को अपने धर्म के प्रति अटल व विश्वास पर कायम रहना चाहिये सभी के धर्म का सम्मान करे किंतु जिस धर्म में आप जन्मे है मरते दम तक उसके संस्कार,संस्कृति,व रीति रिवाज ना छोड़े अगर आ

जैसा की हम सभी जानते है की आज की ही तारीख को आतंकवादियों ने मुंबई में विनाशकारी खेल को अंजाम दिया था जिसमे की कई मुंबई वासी मुंबई पुलिसकर्मी और सेना के जवान इस ओपरैशन में शहीद हो गये थे इस बात से यही

बड़े ही लापरवाही के साथ कर रहे हम प्राकृतिक संसाधनों का दोहन,जैसे की कोई प्यारे से शरीर से नोचकर ले जाए शरीर की जान आत्मा।।

जैसे जैसे भारत देश आगे बढ़ रहा है तकनिकी के मामले मे उसको देखर के यही अन्दाजा लगाया जा सकता है की 2056की दुनिया में सब कुछ तकनीकी हो जायेगा यहां तक की मानव भी तकनीकि का रूप ले लेगा और अब बात करे अध्यात

जैसे जैसे भारत देश आगे बढ़ रहा है तकनिकी के मामले मे उसको देखर के यही अन्दाजा लगाया जा सकता है की 2056की दुनिया में सब कुछ तकनीकी हो जायेगा यहां तक की मानव भी तकनीकि का रूप ले लेगा और अब बात करे अध्यात

जैसे जैसे भारत देश आगे बढ़ रहा है तकनिकी के मामले मे उसको देखर के यही अन्दाजा लगाया जा सकता है की 2056की दुनिया में सब कुछ तकनीकी हो जायेगा यहां तक की मानव भी तकनीकि का रूप ले लेगा और अब बात करे अध्यात

जैसे जैसे भारत देश आगे बढ़ रहा है तकनिकी के मामले मे उसको देखर के यही अन्दाजा लगाया जा सकता है की 2056की दुनिया में सब कुछ तकनीकी हो जायेगा यहां तक की मानव भी तकनीकि का रूप ले लेगा और अब बात करे अध्यात

जैसे जैसे भारत देश आगे बढ़ रहा है तकनिकी के मामले मे उसको देखर के यही अन्दाजा लगाया जा सकता है की 2056की दुनिया में सब कुछ तकनीकी हो जायेगा यहां तक की मानव भी तकनीकि का रूप ले लेगा और अब बात करे अध्यात

जैसे जैसे भारत देश आगे बढ़ रहा है तकनिकी के मामले मे उसको देखर के यही अन्दाजा लगाया जा सकता है की 2056की दुनिया में सब कुछ तकनीकी हो जायेगा यहां तक की मानव भी तकनीकि का रूप ले लेगा और अब बात करे अध्यात

जैसे जैसे भारत देश आगे बढ़ रहा है तकनिकी के मामले मे उसको देखर के यही अन्दाजा लगाया जा सकता है की 2056की दुनिया में सब कुछ तकनीकी हो जायेगा यहां तक की मानव भी तकनीकि का रूप ले लेगा और अब बात करे अध्यात

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