जैसा की आप सभी जानते है की तकनिकी के नये नये कदम भारत को कहां तक ले गये है जिसमे की निरंर विकास इस बात का उदाहरण है की आज भारत विश्व्गुरु के समीप तक आ पहुंचा है लेकिन हमे यह बात भी ध्यान में रखना चाहिये की हम किसी भी कार्य की शुरूआत क्यों ना करे किंतु हमे भ्रस्टाचार व लापरवाही को जरुर ध्यान में रख लेना चाहिये की जिससे आप सभी यह देखते होंगे की आप आय दिन सामान्य रुप से चलने वाली रैलगाड़ीयो का पटरी से उतरना और लगातार ऐक्सीडेंट होना बड़ी लापरवाही का संकेत है अगर हमने इस पर ध्यान नही दिया तो यह आगे बुलैट ट्रेन पर भी लागू होगा जिसमें आदमियों के हताहत होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जायेगी |