The capability of reading and other personal skills get improves on reading this book Main HijraMain Laxmi by Laxminarayan Tripathi .This book is available in HINDI with high quality printing.Books from Autobiography category surely gives you the bes
लता दीदी: अजीब दास्ताँ है ये...’ एक खोज। इस खोज की शुरुआत तो हुई होगी करोड़ों संगीत रसिकों के मस्तिष्क में, लेकिन अपार लोकप्रियता के बावजूद लता मंगेशकर एक गूढ़ रहस्य ही बनी हुई हैं। लेखक की खोज का आरम्भ हुआ एक व्यावसायिक भेंट से, जिसकी परिणति हुई 21 दे
Meer Aa Ke Laut Gaya - 1 Read more
अमलेश राजू की पत्रकारिता 1992-93 में पढाई के दौरान शरू हई। हिंदस्तान नवभारत टाइम्स, आज, प्रभात खबर, राष्ट्रीय सहारा, कुबेर टाईम्स, दैनिक भास्कर, आउटलुक, प्रथम प्रवक्ता और प्रेस इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की पत्रिका 'ग्रासरूट' व 'विदुर' में नियमित लेखन के
Sahas Aur Sankalp : Ek Aatmkatha Read more
‘एक वैज्ञानिककी आत्मकथा’ (ए लाइफ इन साइंस) पुस्तक में प्रोफेसर सी.एन.आर. राव इस विषय में अपनी यात्रा की चर्चा के साथ ही हमें यह बहुमूल्य ज्ञान देते हैं कि एक महान् वैज्ञानिक बनने के लिए क्या करना पड़ता है। यह पुस्तक उनके शुरुआती जीवन तथा उन मुश्किलों
प्रिय पाठकों कहानी "कई अर्से बाद" एक रोचक और प्रेम कहानी है। बहुत सारे पात्र हैं जिसमे निखिज जो अपने प्यार को पाकर भी कुछ समझ नहीं पाया कि क्यूं किस्मत ने अपने रूख बदल लिया? कौन है सच्चा जीवन साथी? नेहा या निशा या फिर घूंघट वाली। दोस्त की बात करे
"भारतीय व्यापार-जगत के एक चमकते सितारे अजीम प्रेमजी सफल व्यापारी, आई.टी. उद्योग के सिरमौर और निवेशक हैं, जिन्होंने अपने अद्भुत कर्तृत्व से सफलता का नया इतिहास लिखा है। भारत सरकार द्वारा ‘पद्म विभूषण’, ‘पदम भूषण’ तथा अनेक प्रतिष्ठित सम्मानों से अलंकृत
About the Book: I, Steve: Steve Jobs in His Own Words People say you are, the enthusiasm for him to be in your mind and it is absolutely true. And this is why it is so hard that if you do not, any thoughtful person would leave it in the rapture. It i
इस पोस्ट में हमने जगह जगह से लिए गए सूत्रों की सहायता ली है, हम इसकी पूरी तरह से सत्यता की घोषदा नहीं करते है क्यूंकि हर किताब या व्यक्ति के द्वारा गोगा जी महाराज की अपनी एक अलग कहानी है तो कृपया कर अगर इसमें कोई गलती हुई है तो हमें जरूर आगाह करें। ब
यह केवल शब्द नहीं.......🌷🌷 एहसास है हमारे जिसे लोग.......🌷🌷 अल्फाज कहते हैं...🖤
साहित्ये ज्ञानराशि: निहिता: भवन्ति। अनुवादमाध्यमेन विविधभाषासु प्रसरिता:। अनुवादमाध्यमेन साहित्येषु निहितज्ञानराशिभि: लाभान्विता: भवन्ति। संस्कृते विपुलसाहित्यरचना उपलब्धा:। अस्यां भाषायां उपलब्धग्रन्थाणां विश्वस्य विविधभाषासु अनुवादा: उपलब्धा:। विवि
हर रोज़ एक नयी राह पर चलने की सोचती हूँ। सबको सकारात्मक करने की सोचती हूँ। इस नयी पीढ़ी में कुछ नहीं हैं। अभी जाग जाओ फिर मौका नहीं देगी जिंदगी। दो पल ही सही सोशल मीडिया और अपनेअहंकार को त्याग के। कुछ पल अपनी जि़दगी -जिद़गी के खुशी से बिता लो
जिंदगी में परेशानियां कितनी भी आएं कभी भी अपने आप को कमजोर मत पड़ने देना . याद रखना ये परेशानियां ही आप को मजबूत बनातीं हैं. ये बो सबक सिखा के जातीं हैं जो कोई किताब या ब्यक्ति नहीं सिखा सकता. और फिर भी समझ में न आये तो याद रखना. सूरज क
ये पुस्तक स्वतंत्रता सेनानी, स्वर्गीय श्री बनारसी दास गोटे वाले की जीवन गाथा है। मै रश्मि गुप्ता इस पुस्तक की लेखिका, सौभाग्यशाली हूँ कि मैं उनकी पुत्री हूँ । जितना करीब से जाना, देखा है, उसे सब के समक्ष रखना चाहती हूँ । मुझे पूर्ण आशा है कि उनक
श्रीराम को 14 वर्ष का ही वनवास क्यूँ हुआ था ? शिवलिंग वास्तव में क्या है ? सनातन धर्म की उत्पत्ति कैसे हुई? धर्म क्या है ? हमारे धर्म के वैज्ञानिक रहस्य क्या हैं? इसे अनेकों प्रश्नों के उत्तर तथा श्रीराम जी की संक्षिप्त जीवनी आपके समक्ष उपस्थित है
बुआ जी के घर रहते हुए जीवन के विभिन्न रूप दिखे. गांव के लोगों का निश्छल जीवन था तब और आज की तरह वो राजनीती के शिकार नहीं हुए थे.
जिन्दगी के सफ़र में दुःख का आना जाना आम बात है। जो गुज़र गया उसे भुलाकर आगे बढ़ने का नाम जिंदगी है। हर रोज हर पल यहां कुछ खास होता है। उस खास को समझना और आगे बढ़ते रहना हि जिंदगी का फलसफा है। पाना खोना तो यहां साधारण है। हमने समाज को क्या दिया ये खास
यह पुस्तक मेरी भूली-बिसरी यादों के पिटारे के रूप में प्रस्तुत है। मैंने इस पुस्तक में अपने दैनन्दिनी जीवन के हर पहलू के जिए हुए खट्टे-मीठे पलों को उसी रूप में पाठकों तक पहुँचाने का प्रयास किया है। मेरी इस पुस्तक के लगभग सभी संस्मरण देश-प्रदेश के विभ
तीन दोस्त जिनकी उम्र लगभग 13'-14 वर्ष की थी। परीक्षा के पास वे तीनों एक दिन ट्रेन में बैठकर डोंगरगढ माता के दर्शन के लिये जाते हैं । ट्रेन मेँ तीनों रायपुर के बाद सो जाते हैं और उनकी नींद खुलती है ट्रेन के नागपुर पहुंचने के बाद। वे तीनों घबरा कर