किसके जरिये यूएईसे तस्कर हुआ पन्द्रह करोड़ का सोना?
पन्द्रह करोड़ रूपये का तीन सौ किलो सोना- केरल के तिरूवनंतपुरम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे तक कैसे पहुंचा यह इन दिनों चर्चा का विषय है. इतने सोने की तस्करी की बात केरल जैसे राज्य के लोगों को भी हजम नहीं हो रही है जो अपने शरीर पर भारी मात्रा में सोना पहनते हैं. यह सोना पांच जुलाई को तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्र्रीय हवाई अड्डे से सीमा शुल्क अधिकारियों ने बरामद किया था. सोना तस्करी का यह मामला इसलिये भी महत्वपूर्ण बन बैठा है चूंकि सोना यूएई के वाणिज्य दूतावास के लिए आए बैगों में भरा हुआ था. अब यह पता चला है कि सोना तेरह खेप में आया था. इन खेपों में कुल मिलाकर तीन सौ किलो सोना था जो शौचालयों में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों से भरे बैग में रखा हुआ था. तस्करी के आरोप में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के वाणिज्य दूतावास के एक पूर्व कर्मचारी को हिरासत में लिया गया. उक्त कर्मचारी को हिरासत में लेने के बाद जांच के लिए कोच्चि ले जाया गया.आरोपी को जब यह पता चला कि उसके सामान की जांच होगी तो उसने सीमा शुल्क अधिकारियों को धमकी भी दी थी इस बीच अब यह मामला उस समय और गर्म हो गया है जब केरल के जय हिंद टेलीविजन चैनल ने एक रिपोर्ट में दावा किया कि मुख्यमंत्री कायार्लय के एक शीर्ष अधिकारी ने कथित रूप से हवाई अड्डे पर यूएई के वाणिज्य दूतावास के पूर्व कर्मचारी की मदद करने की कोशिश की थी. संयुक्त अरब अमीरात के राजनयिक मिशन के कुछ कर्मचारियों का इस्तेमाल कर जुलाई 2019 से देश में कम से कम 300 किलोग्राम सोने की तस्करी हुई है. इस बात का खुलासा तब हुआ जब तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे से 30 किलोग्राम सोना 5 जुलाई को जब्त किया गया. मामले का खुलासा होने के बाद यह भी पता चला कि एक साल में 300 किलोग्राम सोना 13 खेप में तस्करी कर भारत लाया गया. दिलचस्प बात तो यह कि सारी खेप बिना जांच के पास हो गई, उनमें से कुछ खेप का वजन 70 किलोग्राम था. सीमा श्ुाल्क अधिकारी राज्य सरकार के विभागों द्वारा आयोजित कुछ कार्यक्रमों की भी जांच कर रहे हैं, वहीं, इस संबंध में एनआईए ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि सीमा शुल्क ने सोने की तस्करी के मामले में अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया है इधर इस मामले पर केरल की सियासत भी गर्म हो गई है. विपक्ष ने सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट गवर्नमेंट को निशाने पर लिया है. वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने सोने की तस्करी के सनसनीखेज मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय की भूमिका पर संदेह जताया है तथा सारे मामले की जांच की मांग की है. चेन्निथला का कहना है कि पिनराई विजयन से पूछताछ होनी चाहिए. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष मानते है कि सोने की तस्करी के मामले में मुख्य आरोपी के साथ मुख्यमंत्री कार्यालय के उच्च अधिकारियों के शामिल होने की खबरें सामने आने के बाद कार्यालय की अक्षमता और यहां फैला भ्रष्टाचार उजागर हो गया है. केरल सरकार ने तस्करी केस में नाम आने की वजह से सूचना प्रौद्योगिकी सचिव और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एम शिवशंकर का तबादला कर दिया है तथा इस केस में आरोपी सूचना प्रौद्योगिकी सलाहकार स्वपना सुरेश की सेवा समाप्त कर दी. कथित तौर पर वह प्रधान सचिव की करीबी हैं और अभी फरार चल रही हैं.केरल में विपक्षी कांग्रेस और भाजपा दोनो इस मामले पर सरकार पर तीखें हमले कर रहे हैं. राज्य के आयकर विभाग की महिला (वाणिज्य दूतावास की एक पूर्व कर्मचारी) राजनयिक बैग से 30 किलोग्राम सोने की तस्करी में शामिल है जबकि आयकर विभाग मुख्यमंत्री के पास है और उसके अगुवा विजयन के प्रधान सचिव एम शिवशंकर थे. वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश चेन्नितला ने यह आरोप लगाते हुए इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की . उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कार्यालय अपराधियों का अड्डा बन गया है. भाजपा प्रमुख के सुरेंद्रन ने आरोप लगाया कि सीमाशुल्क अधिकारियों को इस जब्ती के शीघ्र बाद मुख्यमंत्री कार्यालय से फोन आया था। मुख्यमंत्री पी. विजयन बता रहे हैं कि आरोपी महिला अधिकारी की नियुक्त से जुड़े कारकों की जानकारी नहीं है.उन्होंने विपक्ष के आरोपों पर जवाब दिया कि मुख्यमंत्री कार्यालय ने किसी भ्रष्टाचार में शामिल लोगों के साथ कभी कोई संवाद नहीं किया और राज्य की जनता यह जानती है. उन्होंने कहा कि इसमें शामिल नहीं बच पाएंगे.सनसनीखेज केरल सोना तस्करी मामले में यहां की एक विशेष अदालत ने मुख्य आरोपी को शुक्रवार को सात दिन के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया.एनआईए की हिरासत में दो अन्य आरोपियों स्वप्ना सुरेश और संदीप नायर की मौजूदगी में सरिथ से पूछताछ की जायेगी. एनआईए ने सरिथ को हिरासत में दिये जाने का अनुरोध करते हुए अपने आवेदन में कहा था कि वह मामले के मुख्य आरोपियों में से एक है और सच्चाई का पता लगाने के लिए उसे हिरासत में लेकर पूछताछ किये जाने की जरूरत है.इस बीच, सीमा शुल्क (निवारक) आयुक्तालय ने शुक्रवार को विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की. खाड़ी के व्यवसायी फैजल फरीद के पैतृक निवास पर भी छापा मारा गया. मामले में एनआईए द्वारा फरीद को भी आरोपी बनाया गया है. बहरहाल फरार चल रही स्वप्ना सुरेश की अग्रिम जमानत याचिका के विरोध में दलील पेश करते हुए केंद्र और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के वकील ने कहा कि उसका आपराधिक रिकार्ड है और वह उस सोने की तस्करी के लिए राजनयिक कागजात की व्यवस्था करने में शामिल थी जिसे हाल ही में सीमा शुल्क द्वारा जब्त किया गया है.मामला अदालत में पहुंच गया है जबकि तह तक पहुंचते पहुंचते इस मामले में और कुछ नया खुलासा संभव है.