विश्वकप शुरु होने से पहले जीत की प्रबल दावेदार बतायी जा रही पाकिस्तानी टीम की हालत पतली हो गयी है। दक्षिण अफ्रिका के खिलाफ कल हुए रोमांचक मुकाबले में एक बार फिर से मुंह की खाने वाली बाबर आज़म की टीम सेमीफाइनल के रेस से लगभग बाहर हो चुकी है।
6 में से 4 मैच हारकर पाकिस्तान की टीम केवल 4 अंकों के साथ छठे स्थान पर है, वहीं बात यदि नेट रनरेट की की जाए तो उसमें भी वे फिसड्डी ही दिख रहे हैं। बाकी के मैच जीतकर पाकिस्तान जहां वर्ल्डकप में अपनी इज्जत बचाने की कोशिश करेगी। वहीं सेमीफाइनल के लिए उन्हें संयोग पर निर्भर रहना पड़ेगा।
लगातार चार हार से संकट में पाकिस्तान: नीदरलैंड और श्रीलंका के खिलाफ शुरुआती मुकाबले जीतने के बाद पूरी तरह से लय खो चुकी पाक टीम एक-एक कर लगातार चार मैच हारकर संकट में है। विश्वकप के इतिहास में यह पहला मौका है जब पाकिस्तान ने लगातार चार मैच गंवाए हैं। 23 अक्टूबर को चेन्नई में ही हुए मुकाबले में अफगानिस्तान के खिलाफ मिली हार के बाद सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने का उनका काम पहले ही मुश्किल हो चुका था जो कि कल साउथ अफ्रिका से मिली हार के बाद और गंभीर हो गया है।
लेकिन क्रिकेट की अनिश्चितताओं को देखते हुए कुछ भी तब तक खत्म नहीं माना जाता, जब तक कि गेम फिनिश न हो जाए। बहरहाल, पाकिस्तान रेस में तो पीछे है लेकिन देखते हैं कि उनके सेमीफाइनल में पहुंचने के समीकरण क्या हैं।
बड़े अंतर से जीतने होंगे सभी मैच: अव्वल तो यह कि बाकी के बचे सारे मैच उन्हें जीतने होंगे। मामला सिर्फ मैच जीतने से भी नहीं बनेगा बल्कि उन्हें ये मैच बडे अंतर से जीतने होंगे ताकि उनका नेट रन रेट अच्छा हो। ये कमाल तो पाकिस्तान को करना ही करना है, इसके बाद भाग्य भरोसे अन्य मैचों के परिणाम का इंतिजार करना होगा। अगर पाकिस्तान अपने सारे मैच जीतता है तो उसके नौ मैचों के बाद दस अंक हो जाएंगे, यह आंकड़ा भारत और दक्षिण अफ्रीका पहले ही हासिल कर चुके हैं। इसका मतलब है कि पाकिस्तान के लिए सबसे अच्छे दांवों में से एक यह उम्मीद करना होगा कि न्यूजीलैंड ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ अपने बाकी सभी मैच हार जाए।
पाकिस्तान के लिए ऐसे बनेगा मौका: न्यूजीलैंड के पांच मैचों में केवल एक हार के साथ आठ अंक हैं, यदि वह बाकी के सारे मैच हार जाता है और पाकिस्तान अब से सारा मैच जीत जाता है तो वह उससे आगे निकल जाएगा। हालाँकि, पाकिस्तान के लिए सेमीफाइनल में पहुँचने की सबसे अधिक संभावना ऑस्ट्रेलिया के टूर्नामेंट में निराशाजनक अंत पर रहेगी। ऑस्ट्रेलिया के पांच मैचों में छह अंक हैं। शेष चार मैचों में से तीन में हार के बाद उनके आठ अंक ही रह जाएंगे। ऐसा तब होगा जब पांच बार की विश्वविजेता टीम बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भी हार जाए।
यदि वे केवल कीवी और इंग्लैंड से हारते हैं और बांग्लादेश और अफगानिस्तान दोनों को हराते हैं, तो ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच चौथी क्वालीफाइंग टीम का निर्धारण करने में नेट रन रेट कम हो सकता है। ऐसी स्थिति में, पाकिस्तान चाहेगा कि न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और भारत टुर्नामेंट में प्वाइंट्सटेबल में करीब चल रही टीमें श्रीलंका और अफगानिस्तान के खिलाफ अपने बाकी सभी मैच जीतें।
यदि उपरोक्त परिणाम ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में जाते हैं और वे अपने शेष तीन गेम जीतते हैं, तो अंक तालिका में भारत को 18, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड को 14 या 12, और ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका में से किसी एक को 10 अंक मिल सकते हैं जिसके बाद पाकिस्तान के लिए संभावनाओं के सारे द्वार बंद हो जाएंगे।