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लाइफ-स्टाइल

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सुबह आँख खुलते ही,मोबाइल के दीदार करते हैं।करते नोटिफिकेशन चेक,स्टेटस पर अपडेट रहते हैं।सारे काम अब तो,मोबाइल पकड़े पकड़े करते हैं।रात को सोते समय भी,पास में रखें रहते हैं।हर मूवमेंट का अब,फोटो क्लिक

रोटी के पीछे हरदम भाग रहा इन्सानजीने की खातिर जीना भूल गया इन्सान।गावँ छोड़ा, अपने छोड़े, छोड़ दिया घर बाहरधूप-छाँव, सर्दी-गर्मी, आँधी हो या बरसातरवि से पहले उठकर दौड़े शशि चमके घर आये।रात को बच्चे सोये म

ये जीवन नश्वर है । कल किसने देखा है । इसलिए लालच, ईर्ष्या, द्वेष, अहम् को छोड़ो और बस प्रेम करो । सबसे, ईश्वर से । इसी पर एक गीत प्रस्तुत है । गीत : जनाजे के लिए कंधे, कोई बस चार कर लेना अगर

क्या लाया था साथ में , क्या तू लेकर जाय ।  देह तलक संग ना चले, फिर क्यों रहा ठगाय ।।  धन दौलत हीरे मोती , कुछ भी साथ ना जाय । ताकत, सुंदरता सभी कुछ, यहीं धरी रह जाय ।।  झूठे नाते रिश्ते

 को दिखायी देता है; परन्तु कठपुतलियों को नचाने वाला सूत्रधार पर्दे के पीछे रहता है, जिसे दर्शक देख नहीं पाते हैं । उसी प्रकार यह संसार तो दिखता है; किन्तु इस संसार का सृष्टिकर्ता, पालनकर्ता और सं

एक रात का क्या मूल्य होता है यह बात भगवान श्रीराम से बेहतर कौन जानता है ? बात तब की है जब भगवान श्रीराम का रावण से युद्ध हो रहा था । तब मेघनाथ ने लक्ष्मण जी पर एक " प्राणघातिनी शक्ति" से प्रहार किया थ

उड़ने को हौसलें है ,बुलन्द रोक सके तो रोक । सपनों को साकार करने को तैयार है हम उड़ने को तैयार है हम मिलती नही यूँही मंजिल आसानी से थोड़ा तो तपिस करना ही पड़ता हैं बांध लिया नदियों पर अपनी कोशिशों का पु

जीवन एक बहुत ही सुन्दर कृति है। जिसे ईश्वर और प्रकृति ने बहुत ही सुन्दर तरीके से बनाया है। जीवन की इस राह पर मनुष्य न जाने कितने संघर्ष झेलकर अपने जीवन को सफल बनाने का प्रयास करता है।वह अपने जीवन के ह

दिनांक : 20.03.2022समय   :  दोपहर 3 बजे।प्रिय सखी,आज का दिन बड़ा ही शुभ और व्यस्तता से भरा था। आज हमारे निदेशक, जो कि साउथ इंडिया से हैं, के बेटे का जन्मदिन था। उस के उपलक्ष्य में पूजा क

सखि देख , बासंती ऋतु आई  पतझड़ गयो कोंपलें फूटी  कलियों पे बहारें छाई । सखि देख, बासंती ऋतु आई ।। कोयल बोल रही अमियन में  दिल में हूक जगाई  साजन बैरी गये विदेसवा  सुध बुध सब बि

छोटू बोला छोड़ दो भैया नही रहूंगा अब ए ठैयाबात बात मालिक की किच किच बैठा एक कमरे में पिच पिचरात को रोटी टेढ़ी मेढ़ी पल पल गलती की तेरी मेरीदार भात से दहल गया हूँ लगता है मैं बदल गया हूँनींद न आये का

अपनी अपनी सोच हैअपना अपना राग।सबकी सुनने वाला दिलरोता है दिन रात।।खुशियां दुखते हृदय कोविचलित कर जाती है।चौखट पर दस्तक देकरवापस चलीं जाती है।।दुख से छलकते हृदय कोपूछता नहीं है कोय।हिदायतों के अंबार से

Happy, healthy & prosperous Holi to all friends and family members.https://youtube.com/shorts/ANHgP7L-WmE?feature=आप सभी को होली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं

विज्ञान का ऐसा मानना है कि धरती पर जीवन का आरम्भ विशेष परिस्थितियों में रासायनिक द्रव्यों के विशेष संयोजन से एककोशिकीय जीव (माइक्रोव्स) के रूप में हुआ । आरम्भिक एककोशिकीय जीव नें प्रकाश संश्लेषण की क

हमारी पृथ्वी सौरमण्डल का हिस्सा और सूर्य का ग्रह है। यह सूर्य के प्रकाश से ही प्रकाशित होती है । सूर्य ही पृथ्वी पर जीवन का कारक है । पृथ्वी सूर्य के गुरूत्वाकर्षण से आबद्ध होकर सूर्य के चारो तरफ परिभ

होली की हर्षित बेला पर,
खुशियां     मिले     अपार |
यश,कीर्ति, सम्मान     मिले, 
और      बढे  &

कुछ भूली-बिसरी यादों में,जीवन को जी रहे।कुछ कड़वे अनुभव थे, कुछ मीठे मिल रहे।अभी अधूरी जिंदगी,अधूरी पड़ी है डायरी।कुछ अभी लिख रहा, कुछ लिख रहा शायरी।कुछ अपने मिल गये, कुछ पराये पाये है।इस जिंदगी की भी

रिश्तों से बड़ चाहत क्या होगी।दोस्ती से बड़ इबादत क्या होगी।।आप जैसा अगर मित्र मिल जाएउसे जिंदगी से क्या शिकायत होगी।।स्वरचित मुक्तक--रामसेवक गुप्ता ✍️✍️आगरा यूपी

ज़िंदगी में इतना तो संघर्ष कर ही लेना चाहिए, कि अपने बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए दूसरों का उदाहरण न देना पड़े।

जुगनुओं के शहर में, तारों की है पहचान अपनी,टिमटिमाने  की  विधा से, दोस्ताना  हो  गया  है।ना मिलन की लालसा है, ना  कोई  संभावना  है,अपनी हद से पार जो निकला, गगन

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