शायरी की दुनिया में मेरा नाम करा दो
मेरे लिखने मेरे पढ़ने का कोई मोल नही
आओ ना, तुम मुझे अनमोल बना दो
मै शायर.....
यूँ तो मुझे चाहने वाले है बहुत लेकिन
तुम पढ़ दो शेर मेरे मुझे मशहूर करा दो
हर शक्स के होंठो पे सजी है गजल मेरी
तुम गा दो कोई गजल मुझे माकूल बना दो
मै शायर ....
फिर रहा हूँ दर बदर कोई ठिकाना नही मेरा
आओ ना अपने दिल मे मेरा घर बना दो
मेरा हाथ थाम कर चलो मेरे साथ तुम
आओ मुझे बेशकीमती उपहार बना दो
मै शायर.....
कविता चौधरी