मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए युवा दिवस, मकर संक्रान्ति और लाडली बहना योजना के क्रियान्वयन के संबंध में तैयारियों को लेकर बैठक की।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि मकर संक्रांति के मौके पर पतंगबाजी में चायना डोर के उपयोग को पूर्णतः प्रतिबंधित किया जाये।उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों में वैज्ञानिकों को भी आमंत्रित किया जाये।भजन मण्डलियों को भी कार्यक्रम में शामिल करें। उन्होंने पतंगबाजी सहित अन्य देशी खेलों के आयोजन के निर्देश भी दिये।
मुख्यमंत्री ने बताया कि, मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना में बहनों के खातों में 10 जनवरी को राशि ट्रांसफर की जायेगी।इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि पूरे प्रदेश में 10 से 15 जनवरी तक महिला सशक्तिकरण पर आधारित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।उन्होंने कहा कि मकर संक्रान्ति पर्व के दौरान भी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। युवा दिवस के अवसर पर 12 जनवरी को भी कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।इस अवसर पर इंदौर से जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और भोपाल से मुख्य सचिव वीरा राणा सहित सचिवालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इच्छा के अनुरूप 10 से 15 जनवरी तक महिला सशक्तिकरण पर आधारित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाये। इस दौरान महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिये क्रियान्वित योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी दी जाये।साथ ही उनके रोजगार पर आधारित कार्यक्रम भी हों।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारी भारतीय परम्परा में मकर संक्रान्ति पर्व का विशेष महत्व है। इस दिन सूर्य उत्तरायण की ओर जाता है। इस पर्व का जहां एक ओर धार्मिक महत्व है वहीं दूसरी ओर उसका वैज्ञानिक महत्व भी है।उन्होंने कहा कि मकर संक्रान्ति पर्व पर परम्परागत खेलों को बढ़ावा देते हुए कार्यक्रम किये जाएं।साथ ही युवाओं को मकर संक्रान्ति का वैज्ञानिक महत्व बताने के लिये भी कार्यक्रम हों।