मिजोरम के लुंगलेई में शुक्रवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने कहा कि लुंगलेई में रिक्टर स्केल पर 3.5 तीव्रता का भूकंप आया।
भूकंप शुक्रवार सुबह 7:18 बजे 10 किमी की गहराई पर आया। एनसीएस ने एक पोस्ट में कहा, "तीव्रता का भूकंप: 3.5, 05-01-2024, 07:18:58 IST पर आया।फिलहाल किसी भी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है।
क्यों आता है भूकंप?
पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
कैसे मापा जाता है भूकंप की तिव्रता और क्या है मापने का पैमाना?
भूंकप की जांच रिक्टर स्केल से होती है। इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है। भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है। इसी तीव्रता से भूकंप के झटके की भयावहता का अंदाजा होता है।
भूकंप और इसके बाद आये झटकों से लोगों में दहशत फैल गयी और 2015 में आये भूकंप का वह मंजर याद करा दिया, जिसमें करीब 9000 लोगों की मौत हो गयी थी। हालाकि इस भुकंप से किसी भी प्रकार की कोई हानि नहीं हुई है।