देश की राजधानी दिल्ली में एक और घोटाले की खबर ने आम आदमी पार्टी की नींद उड़ा दी है।दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इन दिनों बड़ी मुसीबत में फंसते हुए नजर आ रहे हैं।
इस बार आरोप मोहल्ला क्लीनिक को लेकर लगा है जिसे दिल्ली सरकार वर्ल्ड क्लास बताती नहीं थकती है। इन्हीं क्लीनिक्स की सक्सेस का श्रेय सीएम अरविंद केजरीवाल कई बार जेल जा चुके मंत्री सत्येंद्र जैन को देते रहते हैं।लेकिन अब उसी मोहल्ला क्लीनिक स्कीम ने आम आदमी पार्टी सरकार को मुश्किलों में ला दिया है। एक कथित घोटाले के आरोप से फिर दिल्ली सरकार घिर चुकी है और एक बार फिर सीबीआई भी मामले की जांच करने जा रही है।
क्या है मोहल्ला क्लिनिक घोटाला
पता ये चला है कि 7 मोहल्ला क्लीनिक्स की जांच की गई है, जहां पाया गया है कि फर्जी मरीजों के जरिए फर्जी लैब टेस्ट करवाए गए हैं। इसे ऐसे समझ सकते हैं कि जो मरीज मोहल्ला क्लीनिक में आए हैं, वो असल में मरीज है ही नहीं। जो नंबर भी रिकॉर्ड बुक में डाले गए हैं, वो सभी गलत निकले हैं। इसके ऊपर उन सभी के लैब टेस्ट भी करवाए गए हैं। दो निजी लैब्स में ये टेस्ट किए गए हैं। अब सवाल ये उठता है कि जब मरीज फर्जी, तो टेस्ट कैसे हो गए। यहीं पर सारा खेल हुआ है, अधिकारियों के मुताबिक पैसा जरूर सरकार की तरफ से लैब टेस्ट के लिए दिया गया है, लेकिन असल में वो टेस्ट कभी हुआ ही नहीं, बस रिकॉर्ड बुक भरने के लिए उनका इस्तेमाल हो गया।
क्या सच में गिरफ्तार होंगे केजरीवाल
क्या दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तारी का डर सता रहा है? जैसे ही केजरीवाल के पास ईडी का तीसरा नोटिस पहुंचा, तो राजनीतिक तापमान इतनी तेजी से चढ़ा कि बयानों से लेकर एक्शन तक में गर्मी दिखाई देने लगी।बुधवार रात से केजरीवाल की पूरी पार्टी एक्टिव हो गई। केजरीवाल के मंत्री ट्विटर पर दावा करने लगे कि ईडी की पूरी कवायद लोकसभा चुनाव से पहले केजरीवाल को गिरफ्तार करने की है।
गुरुवार (4 जनवरी) सुबह होते ही सीएम केजरीवाल भी प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए तो गिरफ्तारी वाली बात दोहराई, जबकि बीजेपी इन दलीलों को बचने का हथकंडा बता रही है। गुरुवार सुबह जब दिल्ली के मुख्यमंत्री प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए तो करीब 4 मिनट की पीसी में केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी झूठे आरोप लगाकर उनकी ईमानदारी पर चोट कर रही है।जबकि बीजेपी पूछ रही है कि अगर आपने कुछ गलत नहीं किया तो फिर सवालों के जवाब देने से डर काहे का है।
शराब घोटाले को लेकर केजरीवाल पर पांच आरोप लगे हैं।
1 ईडी के मुताबिक जांच में सामने आया है कि शराफ माफिया से आम आदमी पार्टी को 338 करोड़ रुपए मिले हैं। पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल हैं इसलिए उनसे पूछताछ जरूरी है।
2 आबकारी घोटाले के आरोपी समीर महेंद्रू ने बताया कि उसकी मुलाकात केजरीवाल से हुई थी।
3 नई एक्साइज पॉलिसी को लेकर केजरीवाल के घर पर बैठक हुई थी।
4केजरीवाल की मंजूरी से मुनाफे का मार्जिन 6 फीसदी से लेकर 12 फीसदी हुआ।
5 नई एक्साइज पॉलिसी को लेकर सीएम ने कैबिनेट बैठक बुलाई थी।
बीजेपी केजरीवाल पर तीखे प्रहार कर रही है, जबकि केजरीवाल ईडी के नोटिस को ही गैरकानूनी बता रहे हैं।