22 जनवरी अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां अपने आखिरी चरण में हैं। मंदिर में कुल 14 स्वर्ण दरवाजे लगाए जायेंगे। जिनमे से एक लगा दिया गया है। गर्भगृह मे पहला स्वर्ण दरवाजा लगाया गया है।मंदिर में लगने वाले सभी स्वर्ण दरवाजे हैदराबाद के अनुराधा टिम्बर इंटरनेशनल कंपनी से आए हैं।
कंपनी के मालिक शरद बाबू ने बताया कि बहुत ही कम समय में हम लोगों ने इस काम को पूरा किया है। शरद बाबू ने कहा कि दरवाजे इतनी मजबूत लकड़ी से बनाए गए हैं कि वह 1000 साल तक नहीं खराब होंगे। दरवाजों को नागर शैली में बनाया गया है।उन्होंने कहा कि बड़े मंदिरों के दरवाजे बनाने का उनका पुराना अनुभव है।इसी के आधार पर उनके कारीगरों ने बेहद ही बारीक तरीके से लकड़ी पर कलाकृतियों को आकार दिया है।
शरद बाबू ने आगे बताया14 स्वर्ण जड़ित दरवाजे सोमवार को रामनगरी पहुंच गए। जिन्हें मंदिर परिसर में सीसी टीवी कैमरे और कड़ी सुरक्षा में रखा गया है।इन दरवाजों को 15 जनवरी से लगाने का काम शुरू होगा। उन्होंने कहा कि सभी काम प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले पूरे कर लिया जाएगा।
लगभग 60 कारीगर इस काम में जुटे हुए हैं।शिफ्ट के हिसाब से यहां काम हो रहा है।कम समय में बड़ा काम करना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं। उन्होंने कहा कि भगवान राम की विशेष कृपा है जिससे कि यह काम समय से पूरा हो पा रहा है।