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सामाजिक की किताबें

Social books in hindi

विभिन्न विषयों पर सामाजिक पुस्तकों को पढ़ें Shabd.in पर। हमारा यह संग्रह समाज के विभिन्न पहलुओं को उजागर करता है। इस संग्रह की मदद से हम पारिवारिक रिश्ते, जात-पात, अमीर-गरीब, दहेज, रंग भेद जैसे कई मुद्दों पर समाज को रौशनी दिखाने का प्रयास करते हैं। इसके अलावा भी भौगोलिक स्थिति के वजह से हाशिये पर रहे समाज की स्थिति पर भी हम समीक्षा देते हैं। तो चलते हैं समाजिक पहलुओं पर चेतना जगाने Shabd.in के साथ।
क्षणिकाएं मेरी कलम से✍️

       ”  उड़ान ”  मन है एक ऐसा पंछी , जिसके ख्वाहिशों के पर है होते , जो भरना चाहता है उन्मुक्त उड़ान , और छूना चाहता है आसमान ! लेकिन वक्त की अग्नि-सी प्रखर तपती किरणें , जला देती है वो पर ख्वाहिशों के , और मन अनमना-सा रह जाता है यहीं , एक उड़ान क

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17 अध्याय
31 मई 2022
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लोकोक्तियां -sukhmangal

काम है प्यारा , नहीं चाम है प्यारी काम परे कछु और है काम सरे कछु और! काया राखे धर्म आपनों, तुलसी भावर के परे! समय पाए तरुवर फरेे, केतक सीचो नीर! कारज धीर होत है, काहे होता अधीर। काली घटा डरावनी, धावली वरसन हार ! कारी मां के गोरे बालक, कारी मुर्

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10 मई 2022
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Udasi

बोलली नाही तू, कि मी एकटा पडतो......... वरून खुश दिसतो, पण मनातून रडतो.....

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 शिखण्डी

असामान्य यौनप्रवृत्ति कोई आधुनिक या पश्चिमी बात नहीं है। दो हज़ार वर्षों से भी पुरानी हिन्दुत्व की विशाल मौखिक और लिखित परम्पराओं में असामान्य यौनप्रवृत्ति की कई कथाएँ और उदाहरण पाए जाते हैं, जैसे महाभारत में शिखण्डी जो अपनी पत्नी को सन्तुष्ट करने के

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10 मई 2022
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💗 इश्क का अनोखा अंदाज🔮

मिलती नजरों का मुस्कुराना झुकती नजरों का शरमाना😊 संग संग हर लम्हा खिलखिलाना वक्त बेवक्त एक दूजे में डूब जाना

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 बुरा आदमी

यह एक लघु कथा है , जो यह दर्शाता है कि इंसान जो दिखता है वैसा अंदर से भी होगा यह सही नहीं है, बुरा आदमी भी अंदर से अच्छा होता है,

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नियति

इंसान का सोचा कुछ नही होता है ,नियति में जो होना है वो होगा ,

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कलम की धार ⚔️✍️

जीवन के हर पहलु को बनाकर मोती शब्दों की माला में पिरोया जो कलम उजाकर करेगी।✍️🙏⚔️

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आलाप में गिरह

यूँ तो गीत चतुर्वेदी की पहली कविता 1994 में छप गई थी, जब उनकी उम्र 17 वर्ष थी, लेकिन कविताओं की पहली किताब बनाने में उन्होंनें अगले 16 साल और लगा दिए। इस किताब में शामिल सबसे पुरानी कविता 1995 में लिखी गई थी, तो सबसे ताज़ा 2009 में। जब 2010 में ‘आलाप

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11 मई 2022
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मेरी जिंदगी के कुछ सच्चे अल्फाज

अपनों की दुनिया में भी अजीब सा मंजर होता है, जिन्हें निहत्था समझें अक्सर उन्हीं के पास खंजर होता है, घाव तो इतना गहरा देते हैं जितना की समुंदर भी नहीं होता है, फिर भी मुस्कुराकर जो विपरीत धाराओं का रुख मोड़ दे वही तो सिकंदर होता है,

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बढ़ती उम्र का इश्क

छोड़ो ना❤️ ये सफेद बालों की फ़िक्र कोई तो होगा, जो तुम्हारी सिर्फ माथे की बिंदी पर मरता होगा. छोड़ो ना बढ़ते हुए वज़न की फ़िक्र। कोई तो होगा, जो सिर्फ तुम्हारे खूबसूरत दिल पे मरता होगा।। छोड़ो ना ये गालों पे आने वाली सिलवटों की फ़िक्र। कोई तो होगा, जो

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न्यूनतम मैं

2017 में प्रकाशित गीत चतुर्वेदी का दूसरा कविता संग्रह, जिसमें 2010 से 2014 तक की 63 कविताएँ शामिल हैं। स्पंदन कृति सम्मान से सम्मानित ‘न्यूनतम मैं’ गीत की बहुचर्चित किताब है। प्रकाशन के तुरंत बाद ही ‘दैनिक जागरण बेस्टसेलिंग लिस्ट’ सहित कई अन्य फोरम्स

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11 मई 2022
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अधूरी चीज़ों का देवता

गीत चतुर्वेदी के गद्य में उनकी कविता की ख़ुशबू है। ‘अधूरी चीज़ों का देवता’ उनके जादुई गद्य का ताज़ा उदाहरण है। साहित्य, सिनेमा, कला, संगीत, कविता, किताबें – गीत चतुर्वेदी के अध्ययन और रुचियों के विस्तृत दायरे की एक पहचान इस किताब से मिल जाती है। इस क

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11 मई 2022
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आध्यात्मिक रचनायें

आध्यात्मिक रचनायें

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10 जनवरी 2022
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राग दरबारी

रागदरबारी जैसे कालजयी उपन्यास के रचयिता श्रीलाल शुक्ल हिंदी के वरिष्ठ और विशिष्ट कथाकार हैं। उनकी कलम जिस निस्संग व्यंग्यात्मकता से समकालीन सामाजिक यथार्थ को परत-दर-परत उघाड़ती रही है, पहला पड़ाव उसे और अधिक ऊँचाई सौंपता है। श्रीलाल शुक्ल ने अपने इस नए

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11 मई 2022
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इश्क के परिंदे

इश्क ही इबादत इश्क ही खुदा है, इश्क के परिंदे हम हमारी बात ही जुदा है। प्यार मोहब्बत की कविताएं और शायरी पढ़ने की अगर आप शौकीन हैं तो यह किताब आपके लिए बिल्कुल सही हैं।

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जरूरत के रिश्ते

यह एक एक भिखारिन की कहानी है लोग उसका उपयोग कैसे करते हैं

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बिश्रामपुर का संत

बिश्रामपुर का संत' समकालीन जीवन की ऐसी महागाथ है जिसका फलक बड़ा विस्तीर्ण है और जो एक साथ कई स्तरों पर चलती है ! एक ओर यह भूदान आन्दोलन की पृष्ठभूमि में स्वातंत्रयोत्तर भारत में सत्ता के व्याकरण और उसी क्रम में हमारी लोकतान्त्रिक त्रासदी की सूक्ष्म पड़

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11 मई 2022
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