सुनो मोटो, ये मत सोचना की मैंने तुम्हें भुला दिया है हां अब शिकायत नही करूँगा, शिकायत तो अपनो से होती है और मैं तो .... पता है मैंने तुम्हें आज भी सहेज के रखा है अपने चिठ्ठीवो मे ,अपने एहसासों मे
रूक रूक सांस आवे तेरे मेरे रिश्ते मे घना Gap है कुकर किसे और गेला घर बसा लु मेरा दिल आज भी तेरे पास कैद़ है
प्यार हो और कहना पड़े ? क्या मेरी आंखों में मेरी सांसो मेंमेरे सुनने मेंमेरे कहने में तुम्हे प्यार नज़र नही आता ?क्या मेरी सोच में मेरी चिंता में मेरी दृष्टि मेंमेरी सृष्टि में तुम हमेशा नही रहती ? क्यूँ तुम्हारा रोनानम करता है मुझेऔर तुम्हारा हँसनाउल्लासितक्यूँतुम्हारा मान - अपमानकरता मुझे भीआनन्दित
ना करिये तू ना करिये मिलने की जिद तू ना करिये लोकडाऊन में जिद तू ना करिये पुरे सांग क लिरिक्स देखने के लिए निचे लिंक पर क्लिक करे Lockdowan Vs Love New Haryanvi Song Lyrics Hindi
रात जितनी बढ रही थी ,खामोशी उतनी ही फैल रही थी । रूठ कर तेरा ,यूं बैठना कहा मेरे दिल की पुकार सुन पा रही थी ।।😍😍😍😍😍😍😍
वो भीगी बरसात ओर जाड़े की सर्द रात,वो चाय की टपरी ओर तुम रहो मेरे साथभला इससे भी ज्यादा ओर क्या मांगू रब से,,जब हो कड़क चाय और मेरे हाथ मे तुम्हारा हाथ
सहसा अश्रुपूरित नेत्रों से ये पंक्तियां निकाल पड़ी जब गांव का वो मनोरम दृश्य दिखाई दिया"शहरों में कहां मिलता है वो सुकून जो गांव में है,जो मां की गोदी और पीपल की छांव में है"।
बॉलीवुड से जुडी खबरें पढ़ना किसे अच्छा नहीं लगता. एंटरटेनमेंट से जुड़े अपडेट्स लोग अक्सर फॉलो करते रहते हैं. कुछ लोगों को गॉसिप अच्छी लगती है, तो कुछ लोग बस अपडेटेड रहने के लिए खबरें देखते हैं. स्टार और सेलेब्स के फैन्स तो हैं ही लिस्ट में. लोगों के लिए स्टार्स की प्राइवेट लाइफ भी इंटरेस्ट की चीज हो
तेरी मेंहदी का रंग बनू मैं ,,बस इतनी सी ख्वाहिश है मेरे जीवन में संग चले तू बस इतनी सी ख्वाहिश है नजरे उठाऊ तो तू नजर आयेबस इतनी सी ख्वाहिश है जीवन मे तू खूब मुस्कुरायेबस इतनी सी ख्वाहिश है
सुनो ज़रा !जैसे बारिश की बूँदें ढूंढें पता,गरम तपते मैदानों का.जैसे माँ के आने का देता था बता,सुन शोर पायल की आवाज़ों का.वैसे ही गर महसूस कर सको मुझे आज,बग़ल की खाली जगह पर,हर हसने वाली वजह पर,बिन बात हुई किसी जिरह पर.कह दो न,जैसे,तुम ‘झूठमूठ’ का कहते थे,और हम ‘सचमुच’ का मान लेते थे.जैसे,तुम कह देते थे
main khoju tujhko yha- vha, sb se tera pta puchta, hr kshn tujhe khojta hu ,tu kha hai mere rachiyata. tu ek anokha hai ,tu "ansh" usi ka hai, vo nirvikar hai tere bhitr , tu swapna usi ka hai. main khoya hu khud se khud me, trsta hua apne mn se, jb-tb vyakul ho peeda se, tujhe khojta hu is van me.