मुम्बई शहर सपनो की नगरी जहाँ राहुल मेहरा का एक बहुत ही हाई क्लास फैमिली से बिलोंग करता परिवार रहता है । राहुल मेहरा बहुत ही सरल स्वभाव के हैं ।
राहुल मेहरा की फैमिली में उसकी एक बेटी , एक बेटा और उसकी पत्नी साथ रहते हैं। राहुल मेहरा की पत्नी का नाम शीतल मेहरा , उनकी बेटी का नाम कशिश मेहरा और उसके बेटे का नाम साहिल मेहरा है ।
राहुल के पड़ोस में एक सिंह परिवार रहने आया वो भी काफी अमीर रहते हैं । सिंह परिवार का निवास स्थान दिल्ली में है और ये सिंह परिवार सिर्फ मुंबई में घूमने के लिए आया हैं । सिंह परिवार में दिलेर सिंह और उनकी एक बेटी सोनल सिंह है । दिलेर सिंह की पत्नी का नाम रोमा सिंह है ।
मुंबई आने पर उनकी मुलाकात उनके पड़ोसी राहुल मेहरा से हुई ।
राहुल मेहरा और दिलेर सिंह में धीरे धीरे बात चीत शुरू हो गई । दिलेर सिंह और राहुल मेहरा एक दूसरे के घर भी आने जाने लगे ।
दिलेर सिंह अपनी बेटी को अपने साथ राहुल मेहरा के घर जाया करता था । दिलेर सिंह और राहुल मेहरा में काफी अच्छी दोस्ती हो चुकी थी । उन्हीं के साथ साथ बच्चे भी एक साथ हंसी मजाक करते और खेलते कूदते थे ।
सोनल और साहिल में काफी अच्छी दोस्ती हो चुकी थी । कशिश कभी कभी खेल कूद में सोनल से लड़ाई झगड़ा कर लेती थी लेकिन साहिल कभी भी सोनल से लड़ाई झगड़ा नहीं करता था । साहिल सोनल और कशिश के लिए हमेशा चॉकलेट लाया करता था । साहिल कुछ भी खाता तो सोनल के लिए जरूर रख लेता था ।
सोनल भी साहिल के लिए खाने की सारी चीजे रखे रहती थी । साहिल के आ जाने पर दोनों साथ में खाया करते थे । साहिल और सोनल बहुत अच्छे दोस्त बन चुके थे ।
एक दिन सोनल साहिल के घर नहीं आई । उसी दिन राहुल मेहरा साहिल और कशिश के लिए बर्गर लेकर आए थे । साहिल अपना बर्गर नहीं खाता है वो सोनल के साथ आधा आधा बर्गर खा लेता लेकिन खाता सोनल के ही साथ । सोनल उस दिन साहिल के घर नहीं आती है । साहिल उसका इंतजार करते करते थक जाता है । फिर आखिरी में साहिल खुद सोनल के घर चला आया ।
जब साहिल सोनल के घर आता है तो साहिल सोनल को देखकर शॉक्ड हो जाता है । साहिल बहुत गुस्सा करता है । आखिर ऐसा क्या हो जाता है जिसे देखकर साहिल गुस्सा करने लगता है ?
दरअसल साहिल सोनल की बहुत फिक्र करता हैं और उसे इस तरह बीमारी के हालत में बिस्तर पर देखकर बहुत गुस्सा होता है । साहिल के गुस्सा होने की असली वजह यह थी की वो पहले क्यों नहीं आया । अगर वो पहले आता तो सोनल को बर्गर खिला देता और उसकी देखभाल कर लेता । तभी सोनल की मामी रोमा सोनल के लिए दूध लेकर आती है । साहिल को सोनल के पास बैठा देख कहती है ।
रोमा ( चौंक कर ) " अरे ! साहिल बेटा आप कब आए ? बैठो मैं अभी तुम्हारे लिए भी दूध लेकर आती हूं ? "
साहिल " आंटी रुकिए ! मैं खाना खाकर आया हूं और वैसे भी मैं दूध नहीं पीता हूं ? "
सोनल " मम्मी आप दूध लेकर आइए ? साहिल तुम दूध पियोगे ? "
रोमा " हां ! बेटा मैं दूध लेकर आ रहीं हूं ? "
साहिल " आंटी ठीक है । आप दूध लेकर आइए मैं दूध पिऊंगा लेकिन उससे पहले सोनल को दूध पीना पड़ेगा । जब तक सोनल पूरा दूध खत्म करके दवा नहीं खा लेती तब तक मैं भी दूध नहीं पिऊंगा ? "
तभी रोमा दूध लेकर आती है और कहती है ' लो बेटा जल्दी से तुम दोनों दूध पी लो ? '
साहिल ने सोनल की तरफ देखते हुए कहा - " सोनल ! पहले तुम अपना दूध पूरा खत्म करो तब ही मैं पिऊंगा ? "
सोनल अपना दूध पूरा पी लेती है फिर वो साहिल को दूध पीने को कहती हैं। साहिल अपने घर पर डाटने से या फिर जबरदस्ती करने से ही दूध पीता है लेकिन सोनल के एक बार कह देने से साहिल बिना मुंह बिचकाए एक ही सांस में पूरा दूध खत्म कर देता है ।
साहिल " देखा ना तुमने सोनल ! मैने तुमसे जल्दी अपना दूध खत्म कर दिया ? "
सोनल " हां साहिल मैने देखा ? इसीलिए तो तुम मेरे सबसे अच्छे दोस्त हो । "
रोमा ( दवाई लेकर आती है और सोनल से कहती है ) " सोनल बेटा अब तुम जल्दी से दवाई खा लो जिससे बुखार सही हो जाय और तुम साहिल के साथ खेल सको । "
साहिल " हां सोनल तुम जल्दी से दवा खा लो फिर मैं तुम्हे कुछ दूंगा ? "
सोनल ( एक्साइटेड हो कर ) " अच्छा ! क्या लाए हो तुम ? साहिल बताओ ना ? "
साहिल " नहीं ! सोनल मैं तुम्हे इतनी आसानी से नहीं बताऊंगा ? अगर तुम्हे ये जानना है कि मैं क्या लाया हूं ? तो इसके लिए तुम्हे दवाई खानी पड़ेगी ? "
सोनल " हां ठीक है । मैं दवाई खा रही हूं ? इतना कह कर सोनल दवाई खा लेती है । "
सोनल के दवाई खाते ही साहिल टन टनान आवाज निकालते हुए सोनल को बर्गर देता है । सोनल बर्गर देखकर बहुत खुश हो जाती है ।
सोनल " wawwww ! साहिल तुम कितने अच्छे हो ? आज मेरा बहुत मन कर रहा था की मैं बर्गर खाऊं और तुम ले आए ? "
फिर सोनल बर्गर खाने लगती है । दो बाइट लेती है और साहिल सोनल का मुंह देखता रहता है ।
साहिल " सोनल मुझे भी खिलाओ । मैने भी अभी नहीं खाया । मैं तुम्हारा इंतजार कर रहा था और तुम यहां बीमार हो मुझे इसकी खबर भी नहीं थी । ये अच्छा हुआ की मैं तुम्हारे घर आ गया नहीं तो मुझे पता ही नही चलता की तुम आज बीमार हो ? "
तब सोनल बर्गर को साहिल के मुंह के पास ले जाती है । जैसे ही साहिल बर्गर खाने के लिए मुंह खोलता है , वैसे ही सोनल खुद खाने लगती है और हंसने लगती है । साहिल सोनल का हंसता हुआ चेहरा देखकर हंसने लगता है और सोनल का हाथ पकड़ कर अपने मुंह की तरफ ले जाकर बर्गर का एक बाइट ले लेता है और हंसने लगता है । सोनल एक बाइट और खाकर साहिल को बर्गर दे देती है । साहिल एक बाइट लेकर सोनल को दे देता है और उसे पूरा खाने को कहता है । सोनल पूरा बर्गर खा लेती है ।
तब सोनल बर्गर को साहिल के मुंह के पास ले जाती है । जैसे ही साहिल बर्गर खाने के लिए मुंह खोलता है , वैसे ही सोनल खुद खाने लगती है और हंसने लगती है । साहिल सोनल का हंसता हुआ चेहरा देखकर हंसने लगता है ।
साहिल ने सोनल को देखते हुए कहा , " सोनल अब मैं घर चलता हूं ? बाय ।
इतना कहकर साहिल वहां से चला आता है । घर पहुंचते ही शीतल उसे बुलाने लगती हैं और दूध पीने के लिए कहती हैं ।
साहिल ने अपनी मम्मी को देखते हुए कहा , " मम्मी ! मैं सोनल के घर से दूध पी कर आ रहा हूं ? और अब मैं दूध नहीं पिऊंगा ? "
शीतल " साहिल कितना झूठ बोलते हो ? तुम सोनल के घर कब गए ? यहां आओ दूध पियो ? "
साहिल " मम्मी मैं अभी वहीं से आ रहा हूं ? आप जाइए आंटी से पूछ लीजिए । मैं वहीं से आ रहा हूं ? सोनल भी बीमार है इसीलिए उसकी जिद्द के आगे मुझे दूध पीना पड़ा । "
शीतल जब ये जानती है की सोनल बीमार है , तो सोनल को देखने के लिए शीतल उसके घर जाती है ।
क्या शीतल साहिल का बदलता हुआ ये व्यवहार और आदत नोटिस कर रही है , या फिर उसे आम बदलाव समझ कर नजरंदाज कर देगी ।
जानने के लिए पढ़ते रहिए " मोहब्बत सिर्फ तुम से " ।
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