सोनल एक बार फिर मुंबई आ गई है । क्या साहिल और सोनल फिर से मिल पाएंगे ? इतने सालों के बाद क्या यह दोनों एक दूसरे को पहचान पाएंगे ? क्या साहिल अभी भी पहले जैसा ही होगा या उसमें कुछ बदलाव आ गए होंगे ? चलिए देखते हैं क्या साहिल और सोनल के जीवन में ये दोनों एक बार फिर दस्तक दे पाएंगे ?
सोनल और मिताली एक - दूसरे से खूब सारी बातें करती है ? सोनल कहती है की , " मुझे साहिल से मिलना है । पता नहीं अब वो कैसा दिखता होगा ? "
मिताली - " सोनल अगर उसकी लाइफ में कोई और आ गई होगी , तो तुम क्या करोगी ? "
सोनल - " मिताली ! हमारी लाइफ में कोई भी आ जाय लेकिन हमारी दोस्ती तो वैसी की वैसी ही रहेगी ? "
मिताली - " सोनल ! मान लो अगर तुम्हे साहिल मिल जाए और तुम उसे पहचान लो और वो हैंडसम हो , गुड लुकिंग हो , स्मार्ट हो और उसे देखकर पहली नजर में ही तुम्हे प्यार हो जाए । तो मैडम आप क्या करेंगी ? क्या आप दोस्ती के रिश्ते को ही बढ़ाएंगी या उससे कुछ आगे का रिश्ता बनाएंगी ? "
सोनल - " मिताली ! आगे का रिश्ता इसका क्या मतलब है ? "
मिताली - " ओ मेरी भोली - भाली सोनलिया ! आगे का रिश्ता मतलब तुम्हे उससे प्यार करना ? "
सोनल - " मैडम ये आप ख्याली पुलाव मत पकाइए ? वो क्या है ना की साहिल मेरा सिर्फ दोस्त है बस , और कुछ नहीं ? अब सो जाएं । मैं तो बहुत थक चुकी हूं । "
मिताली - " हां ! मैं भी थक चुकी हूं । अब हमें सो जाना चाहिए । वैसे सोनल कल हमे घूमने जाना हैं । "
सोनल - " सच्ची ! कल हमें घूमने जाना है ? "
मिताली - " हां ! कल हमें समुंद्र के किनारे और यहां कहीं अपने हॉस्टल के आस - पास फिल्म की शूटिंग होगी ? हम लोग उसे भी देखने जाएंगे ? और अगर टाइम रहेगा तो हम किसी अच्छे पार्क में घूमने चलेंगे ? "
सोनल - " तब तो मिताली हमें सो जाना चाहिए क्योंकि कल हमें जल्दी उठना है ? "
तभी सोनल और मिताली सो जाती हैं । अगली सुबह सोनल और मिताली उठकर तैयार हो जाती हैं और बाकी बैच भी जाने के लिए तैयार हो जाता है ?
सोनल का गोरा और सुंदर चेहरा , लंबी हाइट और उसने ब्लू टॉप और सफ़ेद जींस पहन रखी थी । आंखों में आई लाइनर, होठों पर हल्की सी लिपस्टिक और अपनी जुल्फों को अपने कंधे पर फैलाए हुई थी ? हाथों में 10 हजार की घड़ी लगाकर तैयार हो गई थी ?
तभी मिताली वहां आती है और सोनल का चेहरा देखकर कहती है - " waaww यार आज तो तुम कहर बरसा रही हो ? अगर तुम्हे कोई भी लड़का देखेगा तो लट्टू हो जायेगा ? सच में सोनल तुम आज बहुत सुंदर लग रही हो ? अगर आज तुम्हे साहिल मिल जाए तो वो तुम्हे अपनी दोस्त नहीं बल्कि अपना प्यार समझ बैठेगा ? "
सोनल - " मिताली ! बस करो आज के लिए इतना बहुत है । अब बाकी की तारीफ कल कर लेना । चलो जल्दी देर हो रही है ? "
मिताली - " हां चलो ! सब लोग हमारी राह देख रहें हैं ? "
तब सोनल और मिताली अपने बैच के पास जाती हैं , फिर पहले समुन्द्र के किनारे टहलने जाती हैं । आज का मौसम भी काफी सुहावना होता है । सब लोग समुंद्र के किनारे जाकर इंजॉय करते हैं । वहां पर सब लोग जाकर कैंडी फ्लॉस खरीदती हैं और उसे खाते हुए समुंद्र के थोड़े - थोड़े पानी ( जो लहरे आती - जाती रहती है ) में दौड़ती हैं । मिताली और सोनल अपनी ढेर सारी फोटो खिंचवाती हैं ।
समुंद्र के किनारे दो से ढाई घंटे बिताने के बाद फिल्म की शूटिंग देखने के लिए जाती हैं । कुछ ही समय में सब लोग वहां पहुंच जाती हैं जहां फिल्म की शूटिंग होने वाली होती है ।
सोनल , मिताली और उनका बैच जब शूटिंग देखन के लिए पहुंचते है तो शूटिंग चालू ही होने वाली रहती है । सब लोग जाकर कुर्सी पर बैठ जाती हैं । सोनल और मिताली आगे की रो में बैठी रहती हैं ।
तभी कुछ लड़के वहां आते हैं। उन लड़कों के आने से वहां बैठे सारे लोग खड़े हो जाते हैं । सब को खड़ा होता देख सोनल का पूरा बैच खड़ा हो जाता है , सिर्फ मिताली और सोनल को छोड़़कर बाकी बैच की लड़कियां भी खड़ी हो जाती हैं । जो एक्टर थे वो भी उन लड़कों को देखकर आकर उनसे हाथ मिलाने के लिए आगे बढ़ाता है , लेकिन वो लोग हाथ नहीं मिलाते ?
उन लड़कों में चार लड़के पीछे और एक लड़का आगे रहता है । आगे वाला लड़का काफी ज्यादा हैंडसम और स्मार्ट रहता है । छः फुट हाइट , गोरा रंग , नशीली आंखें , घमंड से भरा , अपनी बात को मनवाना चाहे प्यार से या फिर जबरदस्ती से ? ये लड़का कोई और नहीं साहिल ही रहता है ।
तभी सोनल बोल देती है , मिताली ! ये लोग कहां के प्राइम मिनिस्टर हैं ।
सोनल की बात वो लड़के सुन लेते हैं । उनमें से एक लड़का बोलता है - हे ब्यूटी फुल ! हम यहां के प्राइम मिनिस्टर ही हैं । आज के बाद हमें जहां भी देखना आवाज मत निकालना सिर झुकाकर खड़ी रहना ?
सोनल ( गुस्सा होकर बोलती है ) - " मैं किसी की गुलाम नहीं हूं जो सिर झुकाकर , बिना कुछ बोले खड़ी रहेगी ? मैं आज की लड़की हूं और सेल्फ डिपेंड हूं । "
सोनल की बात सुनकर साहिल पीछे मुड़कर देखता है और बोलता है - " तुम आज की लड़की हो तो क्या हम हड़प्पा की खुदाई से निकले हैं ? हम भी आज के ही लड़के हैं ? "
सोनल - " तुम जैसों से तो बात करना भी बेकार है । "
साहिल का दोस्त - " मोहतरमा ! हमने तुमसे कहा की तुम हम से बात करो ? "
साहिल के दोस्त की बात सुनकर साहिल और उसके बाकी के दोस्त हंसने लगते हैं । सोनल मुंह टेढ़ा करके बोलती है - मिताली चलो यहां से , मुझे यहां घुटन हो रही है ।
तभी शूटिंग शुरू हो जाती है मिताली सोनल से कहती है - " सोनल हम लोग इतनी दूर और पहली बार आए हैं शूटिंग देखने रुक जा बहना ? "
सोनल - " तू कह रही है तो ठीक है । मैं इन बंदरों को तुम्हारे लिए झेल सकती हूं ? "
सब लोग शूटिंग देखने लगते हैं तभी उन लड़कों में से एक लड़का साहिल का नाम लेता है । साहिल का नाम सोनल के कानों तक पहुंच जाती है । तभी मिताली कहती है सोनाली इन्हीं में से कोई साहिल नाम का लड़का है कहीं ये तुम्हारे बचपन का दोस्त साहिल मेहरा तो नहीं है ?
सोनल - " ये और मेरा साहिल कभी नहीं हो सकता ? "
मिताली - " सोनल रुको ! मैं पूछती हूं ? "
तभी मिताली उन लड़कों से पूछती है - " हेलो ! आप लोगों में से साहिल कौन है ? "
साहिल का दोस्त ( साहिल से कहता है ) - " साहिल यार ये लड़की तेरे बारे में पूछ रही है ? "
साहिल तभी मिताली से कहता है - " क्यों ! क्या हुआ मुझ पर दिल आ गया क्या ? जो मेरी पूछ - ताछ की जा रही है ? "
मिताली - " नहीं ! वो दरअसल मेरी सहेली है ना सोना...... । "
तभी सोनाली उसे बोलने से रोक देती है और कहती है ये कोई बड़े बाप की बिगड़ी हुई औलाद है । ये मेरा साहिल नहीं है । सब लोग शूटिंग बीच में ही छोड़कर चली जाती हैं ।
क्या साहिल और सोनल एक दूसरे को पहचान पाएंगे ? क्या साहिल अभी भी सोनल को याद करता है , या फिर साहिल ने सोनल को भुला दिया ?
जानने के लिए पढ़ते रहिए " मोहब्बत सिर्फ तुम से" ।