अगले चैप्टर में आपने पढ़ा कि साहिल और सोनल दोनों पार्टी में काफी इंजॉय करते हैं । साहिल और साहिल के दोस्तों के शर्त के हिसाब से सुरेश अपने डांस से लड़कियों को इंप्रेस कर लेता है और शर्त जीत जाता है और अपने ग्रुप में दूसरे नंबर का हीरो बन जाता है । साहिल , सोनल , कशिश और साहिल के दोस्त मिलकर सोनल के बैच के लड़कियों और मिताली को खाना खिलाते हैं । सब लड़कियों को खाना खिलाने के बाद सोनल , कशिश , साहिल , राहुल , शीतल और साहिल के दोस्त खाना खाते हैं । खाना खाने के बाद सब लोग बैठ कर बातें करते हैं ।
साहिल , कशिश , सोनल और बाकी सब लोग शीतल के डांस की तारीफ करते हैं ।
साहिल की नजर सोनल को ही देखती रहती हैं । सोनल साहिल को अपनी तरफ देखता देख मुस्कुराने लगती है ।
साहिल ( मन में ) - " हाय ! तुम्हारी ये अदाएं और मदहोश करने वाली हंसी , कहीं मैं पागल न हो जाऊं ? "
कशिश ( साहिल को देखकर हंसते हुए ) - " भाई ! ये आपको क्या हो गया ? आप ऐसे क्यों हंस रहे हैं ? "
साहिल ( हंसते हुए ) - " कशिश ! तुम भी अजीब हो । आज पार्टी है हमारे घर में तो हम लोग हंसे भी न ? "
कशिश ( हंसते हुए ) - " नहीं भाई ! हंसिए ना ? आपको हंसने से कौन रोक रहा है , बस आप की ये जो आज की हंसी है , वो कुछ ज्यादा अच्छी है । रोज की हंसी से हटकर है आज की ये हंसी ? "
मिताली ( सोनल से कहती है ) - " सोनल ! आज मुझे ऐसा लग रहा है की मेरी बात सच हो रही है ? "
सोनल ( मुंह बनाकर ) - " मिताली ! तुम्हारी कौन सी बात सच होने वाली है ? "
मिताली ( हंसते हुए ) - " सोनल ! तुम्हे याद है मैने तुमसे कहा था की तुम अगर अपने बचपन के दोस्त साहिल से मिल जाओ और वो गुड लुकिंग और हैंडसम हो और तुम्हे उससे प्यार या फिर उसे तुमसे प्यार हो जाए तो तुम क्या करोगी ? "
सोनल ( हंसते हुए ) - " मिताली ! अगर कभी ऐसा होता है तो तब की तब देखेंगे , फिलहाल तो अभी कुछ भी ऐसा नहीं है ? "
मिताली ( हंसते हुए ) - " सोनल ! ऐसा अभी तुम्हारे साथ नहीं हो रहा है , लेकिन किसी के साथ ऐसा हो रहा है , वो मुझे बिल्कुल साफ - साफ दिखाई दे रहा है । "
सोनल ( मिताली को देखते हुए ) - " मिताली ! तुम भी अजीब - अजीब सी बातें करती हो । वैसे भी हम यहां ज्यादा दिनों तक नहीं रहने वाले हैं ? तुम जल्दी से सही हो जाओ फिर हम लोग यहां से अपने हॉस्टल चले जायेंगे ? "
तभी साहिल सोनल की बात सुन लेता है और सोनल के पास आकर सोनल से पूछने लगता है ।
साहिल ( सोनल से ) - " सोनल ! तुम दोनों कहां जाने की बात कर रही हो ? "
सोनल ( साहिल को देखते हुए ) - " साहिल ! मैं मिताली से कह रही थी की तुम जल्दी से ठीक हो जाओ फिर हम लोग हॉस्टल में रहने के लिए चले जायेंगे ? "
साहिल ( गुस्सा होकर ) - " सोनल ! तुम कहीं नहीं जाओगी ? तुम जब तक मुंबई में रहोगी , तब तक हमारे घर ही रहोगी बस ? "
सोनल ( साहिल से ) - " साहिल ! तुम क्या कह रहे हो ? मैं अभी नहीं जा रहीं हूं ? जब जाऊंगी तब गुस्सा होना ना और तुम हो की अभी से ही गुस्सा हो रहे हो ? "
साहिल ( शीतल से ) - " मम्मी ! आप सोनल को समझा दीजिए की वो कहीं नहीं जाएगी , बस मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं सुनना चाहता हूं ? "
तभी इतना कहकर साहिल गुस्सा होकर वहां से अपने कमरे में चला जाता है ।
शीतल ( सोनल से ) - " सोनल ! बेटा देखो ना साहिल गुस्सा हो कर चला गया । वो तुम्हे अपने दोस्त से भी बढ़कर मानता है । वो तुम्हें यहां से कहां नहीं जाने देगा । वो तुम्हे एक बार को चुका है अब दोबारा नहीं खोना चाहता है ? "
कशिश - " साहिल भाई इतने गुस्से में हैं की अब साहिल भाई किसी से भी बात नहीं करेंगे ? "
सोनल ( शीतल से ) - " आंटी ! मैं साहिल से बात करती हूं क्या पता वो मान जाए और दरवाजा खोल दे ? "
मिताली ( सोचते हुए ) - " इसका मतलब मैं जो सोच रही थी , वो सच में हो रहा है ? साहिल सच में सोनल से प्यार करने लगा है क्या ? "
तभी सोनल साहिल के कमरे के पास जाती है और दरवाजा खटखटाने लगती है ।
सोनल ( दरवाजा खटखटाते हुए ) - " साहिल ! दरवाजा खोलो , मैं तुम्हे छोड़ कर कहीं नहीं जा रहीं हूं ? प्लीज अब तो दरवाजा खोल दो ? साहिल तुम मेरी आवाज सुन रहे हो , दरवाजा खोलो ना ? "
साहिल ( आवाज देता है ) - " सोनल ! पहले तुम मुझसे वादा करो की तुम अब कभी भी मुझे छोड़ कर जाने की बात नही करोगी ? "
सोनल ( तुरंत बोलती हुए ) - " हां ! साहिल मैं तुम्हे छोड़ कर कहीं नहीं जाऊंगी ? अब तो दरवाजा खोल दो , यहां खड़े - खड़े मेरा पैर दर्द करने लगा ? "
साहिल ( मुस्कुराते हुए ) - " हां! सोनल मैं अभी दरवाजा खोलता हूं ? "
तभी साहिल आकर दरवाजा खोलता है और सोनल को गले लगा लेता है । सोनल भी हंसकर साहिल को गले लगा लेती है ।
साहिल ( सोनल को गले लगाकर ) - " सोनल ! तुम मुझे कभी छोड़ कर मत जाना ? मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकता हूं ? अगर तुम चली गई तो मैं जिंदा नहीं रहूंगा ? "
सोनल ( साहिल के होंठों पर उंगली रखकर ) - " साहिल ! तुम आज के बाद कभी भी ये बाते नही करोगे ? और किसने कहा की मैं तुम्हें छोड़ के जा रही हूं ? मैं तो बस हॉस्टल जाने की बात कर रही थी और तुम पता नहीं क्या समझ बैठे ? "
साहिल ( मुस्कुराते हुए ) - " सोनल ! मैं तुम्हारे साथ रहकर कुछ अलग ही फील करता हूं ? वो फिलिंग बहुत अच्छी है । जब तुम मेरे पास रहती हो , तो मुझे बहुत अच्छा लगता है और अगर जब तुम मुझसे दूर जाती हो , तो मुझे हमेशा तुम्हारी ही याद आती रहती है । "
सोनल ( मुस्कुराते हुए ) - " साहिल ! तुम मेरे सबसे अच्छे दोस्त हो इसलिए तुम्हे ये सारी फिलिंग आती होंगी ? "
साहिल ( मुस्कुराते हुए ) - " सोनल ! तुम मेरे लिए मेरे दोस्त से
भी बढ़कर हो , मैं तुम्हारे साथ कुछ अलग ही फील करता हूं ? "
साहिल और सोनल बैठ कर बातें करते है । तभी वहां कशिश आ जाती है और साहिल और सोनल को देखकर खुश हो जाती है ।
कशिश ( साहिल से ) - " मुझे पता था की साहिल भाई सोनल की ही बात मानेंगे और उनके कहने पर दरवाजा भी खोल देंगे और देखो वही हुआ ? "
सोनल ( कशिश को देखते हुए ) - " कशिश ! साहिल मेरा सबसे अच्छा दोस्त है । वो मेरी बात क्यों नहीं मानेगा ?
तभी सोनल के बैच की लड़कियां हॉस्टल जाने के लिए खड़ी हो जाती हैं ।
प्रिया ( मिताली से ) - " मिताली ! सोनल कहां गई ? उसे बुलवाओ हमें देर हो रही है , उससे मिल लें फिर हम लोग भी निकले ? "
तभी शीतल सोनल को बुलाने के लिए साहिल के कमरे में जाती है । शीतल सोनल , साहिल और कशिश को बुलाकर लाती है ।
सोनल ( हंसते हुए ) - " यार ! तुम लोग जा रही हो ? थोड़ी देर और रुकी रहो ? "
प्रिया ( मुंह बनाते हुए ) - " सोनल ! एक नजर घड़ी पर भी डाल लो , तब तुम्हे पता चलेगा की कितना टाइम हो रहा है ? "
सोनल ( घड़ी की तरफ देखते हुए ) - " यार ! इतना टाइम हो गया ? चलो ठीक है मैं तुम लोगो को अभी सेफ्ली पहुंचावा देती हूं ? "
प्रिया - " सोनल ! तुम चिंता मत करो ? हम लोग चले जायेंगे ? "
साहिल - " नहीं ! चलो मैं , आरव , अनुज , निखिल और सुरेश तुम लोगों को अपनी - अपनी गाड़ी से छोड़ आयेंगे ? "
सोनल - " हां ! ये ठीक है ? इतनी रात है तुम लोग साहिल और इनके दोस्तों के साथ चलोगी तो ज्यादा सही रहेगा ? "
प्रिया ( सोनल के तरफ देखते हुए ) - " सोनल ! तुम भी चलो ना हमारे साथ , जब साहिल और साहिल के दोस्त आयेंगे फिर उन्हीं लोगों के साथ वापस चली आना ? "
सोनल ( हंसते हुए ) - " साहिल ! तुम लोगों के साथ मैं भी चलूं ? "
साहिल ( हंसते हुए ) - " हां ! जरूर तुम रहोगी तो और मजा आयेगा ? "
तभी सब लड़कियों और साहिल के साथ सोनल भी हॉस्टल जाती है । सोनल साहिल के कार में बैठती है और प्रिया सुरेश के कार में बैठती है । सब लोग इंजॉय करते - करते थोड़ी ही देर में हॉस्टल पहुंच जाते हैं ।
साहिल ( हंसते हुए ) - " तुम लोगों का हॉस्टल आ गया ?"
तभी सब लोग कार से उतरती हैं और सोनल से मिलकर हॉस्टल में चली जाती हैं । तभी सोनल को उसके हॉस्पिटल ट्रेनिंग का एक दोस्त दीपक मिलता है । सोनल और दीपक दोनों बात करने लगते हैं ।
दीपक ( हंसते हुए ) - " सोनल ! इस टाइम तुम कहां रह रही हो ? "
सोनल ( हंसते हुए ) - " दीपक ! मैं अभी अपने बचपन के दोस्त साहिल के घर रह रही हूं ? "
साहिल ( उन दोनों को देखकर मन में सोचते हुए ) - " सोनाली ! इस बंदर के साथ पता नहीं क्यों बात कर रही है । ये नहीं की घर चले । "
सोनल ( हंसते हुए ) - " दीपक ! ये हैं मेरे बचपन के दोस्त साहिल मेहरा मुंबई के जाने - माने बिजनेसमैन राहुल मेहरा के बेटे हैं । "
दीपक ( हाथ मिलाते हुए ) - " हाय ! मुझे आपसे मिल कर बहुत खुशी हुई ? "
साहिल ( हंसते हुए ) - " मुझे भी आप से मिलकर बहुत खुशी हुई ? "
आरव ( आवाज देते हुए ) - " यार साहिल ! घर चलना है या नहीं ? "
साहिल ( आरव से ) - " हां ! चल रहा हूं ? सोनल यार जल्दी चलो ? काफी टाइम हो रहा है ? "
सोनल ( हंसते हुए ) - " ok बाय दीपक ! अब मैं चलती हूं ?
तब सोनल जाकर साहिल के कार में बैठ जाती है । साहिल कार स्टार्ट करता है और घर की ओर जाने लगता है ।
सोनल ( साहिल से ) - " साहिल ! तुम इतने शांत क्यों हो ? कुछ बोलो ना ? "
साहिल कुछ नहीं बोलता है और गाड़ी ही चलाता रहता है ।
सोनल ( साहिल की तरफ देखते हुए ) - " साहिल ! सिर्फ में ही बोल रही हूं , कुछ तुम भी बोलो ना ? "
साहिल ( गुस्से से ) - " सोनल ! मुझे डिस्टर्ब मत करो ? मुझे गाड़ी चलाने दो ? "
सोनल ( मुंह बनाकर ) - " साहिल ! मैं तुम्हे डिस्टर्ब कर रहीं हूं ना ? ठीक है अब मैं बोलूंगी ही नहीं ? "
साहिल ( सोनल के तरफ देखते हुए ) - " सोनल ! तुम क्या कह रही थी ? "
सोनल ( मुंह बनाकर ) - " मैं किसी को डिस्टर्ब नहीं करती हूं ? "
साहिल ( मन में सोचते हुए ) - " सोनल ! मुझे ये जो तुम्हारे साथ रहकर अलग फीलिंग आती है , वो तुम्हारे लिए मेरा प्यार है लेकिन तुम अभी नहीं समझोगी ? "
तभी साहिल कार को साइड में करता है । सोनल साहिल को ही देख रही होती है । अचानक कार के घुमाव के वजह से सोनल साहिल के पास और साहिल के गाल पर सोनल के होंठ आ जाते हैं और अनजाने में सोनल साहिल को किस कर देती है ।
क्या साहिल आज सोनल को अपने प्यार के बारे में बता पाएगा ? क्या सोनल के भी मन में साहिल के लिए वही फीलिंग है ?
आगे ..