साहिल , सोनल , मिताली , सुरेश , प्रिया , अनुज , आरव और निखिल सब मौज मस्ती करते हुए सागर उपवन में घूमने के लिए जाते है ।
मिताली और आरव दोनों एक - दूसरे से बात कर रहे होते हैं , तभी आरव की मम्मी का कॉल आ जाता है । आरव मुस्कुराते हुए फोन उठाता है और अपनी मम्मी से बात करने लगता है ।
" बेटा ! तुम्हारी मुलाकात मिताली से हुई या नहीं ? " आरव की मम्मी ने मुस्कुराते हुए आरव से कहा ।
" मम्मी ! मैं अभी उसी के बगल कार में बैठा हूं और मुझे घर आने में देर हो जाएगी ? " आरव ने मिताली से दूरी बनाते हुए धीरे से कहा ।
" बेटा ! मुझे भी उससे मिलने का बहुत मन कर रहा है , लेकिन क्या करूं ? " आरव की मम्मी उत्सुक होकर कहा ।
" मम्मी ! रुकिए मैं कोई बुद्धि लगता हूं ? " आरव ने सोचते हुए कहा ।
" हां मैं भी कुछ सोचती हूं ? " आरव की मम्मी ने अपनी बाएं हाथ की उंगली को अपने माथे पर रखते हुए कहा ।
" हां ! मम्मी मैं आपको वीडियो कॉल करता हूं ? उसी में आप उसे देख लेना । " आरव ने excited होकर मुस्कुराते हुए कहा ।
तभी आरव अपनी मम्मी के पास वीडियो कॉल करता है और उनसे बात करने लगता है और अपने दोस्तों को दिखाने लगता है ।
" आंटी ! आज आरव घर देर से पहुंचेगा ? आप उसका इंतजार मत करिएगा ? " अनुज ने फोन लेते हुए कहा ।
" हां ! बेटा ठीक है , लेकिन तुम सोनल और उसकी दोस्त मिताली से मेरी बात करवाओ ? " आरव की मम्मी ने अनुज से मुस्कुराते हुए कहा ।
" हां ! आंटी ये है हमारी प्यारी सी सोनल जिसमें साहिल भाई की जान बसती है । " अनुज ने सोनल की तरफ कैमरा करते हुए कहा ।
" नमस्ते आंटी ! आप कैसी हैं ? " सोनल ने अनुज से फोन लेते हुए कहा ।
सोनल और आरव की मम्मी बात करने लगती हैं । मिताली फोन में आरव की मम्मी को देखने के लिए सोनल की तरफ सिर करती है , लेकिन बीच में आरव बैठा रहता है , इसीलिए उसे सही से दिखाई नहीं देता है ।
" मिताली ! तुम मुझसे इतना चिपक क्यों रही हो ? " आरव ने मिताली को देखकर बच्चों जैसा मुंह बनाकर कहा ।
" Hello ! तुम बच्चों जैसा मुंह मत बनाओ ? इतना शर्मिला बनने की जरूरत नहीं है । मैं तुमसे चिपक नहीं रही थी , वो तो मैं आंटी को hello बोलने के लिए फोन में देखने की कोशिश कर रही थी । " मिताली ने आरव को कहा ।
" मैं कैसे मान लूं ? " आरव ने तिरछी नजरों के साथ मिताली को देखते हुए मुस्कुराकर कहा ।
" तुम्हें जो समझना है , तुम वो समझ सकते हो ? मुझे किसी को सफाई देने की जरूरत नहीं है ? " मिताली ने गुस्सा करते हुए आरव से कहा ।
" सॉरी ! यार तुम तो गुस्सा हो गई ? " आरव ने मिताली को गुस्सा होते देख कहा ।
" हां ! आंटी मैं मिताली को फोन दे रही हूं ? " सोनल ने मुस्कुराते हुए आरव की मम्मी से कहा।
" नमस्ते आंटी ! आप कैसी है ? " मिताली ने मुस्कुराते हुए आरव की मम्मी से कहा ।
" हां बेटा मैं बिल्कुल ठीक हूं और तुम ? " आरव की मम्मी ने मुस्कुराते हुए मिताली से कहा ।
" Hey मम्मी आप परेशान मत होना मैं मिताली .... ? " मिताली से चिपकते हुए आरव ने कहा ।
मिताली आरव को घूरने लगती है । आरव अपनी बात को बीच में ही रोक देता है और आरव समझ जाता है की मिताली मुझे इस तरह से क्यों देख रही है ? वो मिताली से थोड़ी दूरी बना लेता है ।
" तुम लोग आज सागर उपवन जा रही हो । वैसे मिताली तुम्हें आरव परेशान तो नहीं कर रहा है ? " आरव की मम्मी ने मुस्कुराते हुए धीरे से कहा।
" नहीं " मिताली ने आरव की तरफ देखते हुए मुंह बनाकर कहा ।
" मिताली ! बेटा अब तुम्हारी तबियत कैसी है ? " आरव की मम्मी ने मिताली को देखते हुए कहा ।
" हां ! अब मेरी तबियत ठीक रहती है , लेकिन कभी - कभी बहुत कमजोरी फील होती है ।" मिताली ने आरव की मम्मी से कहा ।
" आंटी ! आप बहुत अच्छी हैं ? मुझे आपस बात करके बहुत अच्छा लगा ? " मिताली ने मुस्कुराते हुए कहा ।
" सच कहूं मिताली , तो मुझे तुमसे मिलने का बहुत दिल कर रहा है । " आरव की मम्मी ने मिताली को देखते हुए कहा ।
" आंटी ! बहुत जल्दी मैं आपसे मिलने के लिए आपके घर आऊंगी ? " मिताली ने मुस्कुराते हुए कहा ।
मिताली और आरव की मम्मी कुछ देर तक बातें करती है । आरव की मम्मी आरव के बारे में कुछ बातें बताने लगती हैं । उन बातों को सुनकर मिताली आरव को देख कर हंस रही थी । आरव भी मिताली को हंसता देख मुस्कुरा देता है।
" मम्मी ! कुछ कल के लिए भी बचा के रख लो ? " आरव ने अपनी मम्मी की तरफ देखकर मुंह बनाते हुए कहा ।
" बेटा ! कल कैसे बात करूंगी ? मेरे पास मिताली का नंबर थोड़ी ना है ? " आरव की मम्मी ने उदासी जाहिर करते हुए कहा ।
" आंटी आप चिंता मत कीजिए ? मैं आरव को अपना नंबर दे दूंगी और वो हमारी बात करवा देगा ? " मिताली ने मुस्कुराते हुए कहा ।
आरव मिताली की बात सुनकर मुस्कुराने लगता है । तभी फोन कट जाता है । मिताली आरव के फोन में अपना नंबर save कर देती है ।
" तुम्हें ज्यादा मुस्कुराने की जरूरत नहीं है । मैं आंटी से बात करने के लिए तुम्हारे फोन में अपना नंबर save कर रही हूं ? " मिताली ने आरव को मुस्कुराते देख कहा ।
तभी अचानक कार रुकती है । मिताली बाहर देखने लगती है और बहुत खुश हो जाती है । आरव ने मुस्कुराते हुए कहा " मिताली ! ये देखो आ गया सागर उपवन । "
सब लोग सागर उपवन के अंदर जाने लगते है । मिताली सागर उपवन मे आकर बहुत खुश हो रही होती है ।
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