Hello friends
अगले चैप्टर में आपने पढ़ा कि साहिल अपने घर में सबके सामने अपने प्यार का खुलासा कर देता है । साहिल के सारे घर वाले सोनल और साहिल के इस अनोखे से रिश्ते के बारे में जानकर बहुत खुश हो जाते हैं । सोनल शीतल आंटी और सब के गले लग कर अपनी खुशी जाहिर करती है । सोनल , साहिल , मिताली और कशिश सब लोग ब्रेक फास्ट कर लेते हैं । ब्रेक फास्ट करने के बाद अपने - अपने कॉलेज और हॉस्पिटल के लिए निकल जाते हैं । साहिल , सोनल दोनों एक - दूसरे का हाथ पकड़कर मुस्कुराते हुए जाते हैं । कशिश और मिताली उन दोनों को ऐसे जाते देख हंसने लगती हैं ।
साहिल ( सोनल का हाथ छोड़ते हुए ) - " मिताली और कशिश ! तुम दोनों ऐसे क्यों हंस रही हो ? "
मिताली ( मुस्कुराते हुए ) - " साहिल ! नथिंग ( कुछ नहीं ) ? "
कशिश ( साहिल को देखते हुए ) - " भाई ! जल्दी चलिए , नहीं तो मुझे कॉलेज के लिए देर हो जाएगी ? "
सोनल ( मुस्कुराते हुए ) - " कशिश ! तुम्हारी देर नही होगी ? तुम टाइम पर पहुंच जाओगी ? "
तभी साहिल और सोनल आगे की सीट पर बैठ जाती हैं । मिताली और कशिश पीछे की सीट पर बैठ जाती है । साहिल कार स्टार्ट कर देता है। सब लोग मस्ती और बातें करते - करते कशिश के कॉलेज पहुंच जाते हैं। साहिल कशिश को कॉलेज छोड़कर कार सोनल के हॉस्पिटल की तरफ मोड़ लेता है । साहिल , सोनल और मिताली मस्ती करते - करते हॉस्पिटल पहुंच जाते हैं । जब सब लोग हॉस्पिटल पहुंचते हैं , तो वहां पर राज और रॉकी भी पहुंचते हैं । राज सोनल को देखकर मुस्कुराने लगता है ।
राज ( सोनल को देखकर मुस्कुराते हुए ) - " सोनल ! गुड मॉर्निंग ? "
सोनल ( मुस्कुराते हुए ) - " गुड मॉर्निंग राज ।
साहिल ( धीरे से बड़बड़ाते हुए ) - " अच्छा ! तो यही है राज ? ( अपना चेहरा शीशे में देखते हुए ) ये मुझसे ज्यादा हैंडसम तो नहीं है ? "
राज ( साहिल को देखते हुए ) - " सोनल ! ये क्या नाम बताया था ? तुमने सा .... साहिल । "
सोनल ( मुस्कुराते हुए ) - " राज ! ये साहिल ही हैं । मेरी लाइफ लाइन । "
साहिल ( राज को देखकर मुस्कुराते हुए ) - " हेलो ! मैं साहिल सोनल का बॉय फ्रेंड और बॉय फ्रेंड से भी अच्छा दोस्त । "
राज ( मुंह बनाकर ) - " हेलो ! मैं राज । ( रॉकी को देखकर) ये सोनल का बॉय फ्रेंड है । "
रॉकी ( मुस्कुराते हुए ) - " सोनल ! ये कौन हैं ? "
तभी मिताली बोल पड़ती है , " मैं भी तुम लोगों की तरह इस हॉस्पिटल में ट्रेनिंग के लिए आती हूं ? "
रॉकी ( मिताली को देखते हुए ) - " ओ ! इसका मतलब अब हम लोग साथ में ट्रेनिंग देंगें ? "
मिताली ( मुस्कुराते हुए ) - " हम्म ! साथ का तो पता नहीं पर एक हॉस्पिटल में जरूर ट्रेनिंग देंगे ? "
साहिल ( सोनल को किस कर के ) - " सोनल ! बाय अब मैं जा रहा हूं ? आई लव यू अपना और मिताली का ख्याल रखना ? "
तभी सोनल के बैच की लड़कियां आ जाती हैं । सोनल के बैच की एक लड़की जो साहिल से प्यार करती थी , वो साहिल को सोनल के गालों को चूमता देख बहुत गुस्सा हो जाती है । वो लड़की ( वैशाली ) जब तक सोनल और साहिल के पास आती है , तब तक साहिल वहां से जा चुका रहता है ।
वैशाली ( गुस्से से ) - " सोनल ! साहिल तुम्हें किस क्यों कर रहा था ? "
मिताली ( तेज आवाज में ) - " वैशाली ! तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई , सोनल से इस तरह से बात करने की , और तुम साहिल की हो कौन ? "
वैशाली ( मिताली की बात काटते हुए ) - " मिताली ! मैं साहिल से बहुत प्यार करती हूं ? "
मिताली ( हंसते हुए ) - " वैशाली ! तुम साहिल से प्यार करती हो । यार काम से काम तुम ये तो समझ लेती की जिस सोनल को साहिल पागलों की तरह ढूंढ रहा था और पता है वो सोनल को क्यों ढूंढ रहा था ? साहिल इसलिए सोनल को ढूंढ रहा था क्योंकि वो कहीं न कहीं सोनल से बेइंतेहा प्यार करता था ? तुम्हे पता है वैशाली साहिल ने सोनल को प्रपोज भी किया है ? "
वैशाली ( गुस्से से ) - " देखो ! मिताली मैं कुछ नहीं जानती ? मैं साहिल से प्यार करती हूं , बस ? अब मुझे कोई बात नहीं करनी है ? "
तभी प्रिया दौड़ते हुए आती है और सबको शांत होकर ट्रेनिंग के लिए चलने को कहती है ।
प्रिया ( वैशाली को समझाते हुए ) - " वैशाली ! तुम क्यों साहिल के पीछे पड़ी हुई हो ? साहिल तुमसे नहीं बल्कि सोनल से प्यार करता है । तुम सब कुछ जानते हुए अपनी लाइफ खराब कर रही हो ? वैशाली मेरी बात मानी एक तरफा इश्क दुख , दर्द के अलावा और कुछ नहीं देता है , तो प्लीज यार ये सब फालतू की बातें छोड़कर अपने करियर के बारे में सोचो ? "
राज ( वैशाली को समझाते हुए ) - " वैशाली ! प्रिया बिलकुल सही कह रही है । तुम प्यार से ज्यादा अपने करियर के बारे में सोचो ? "
प्रिया ( सोनल , राज और मिताली को देखते हुए ) - " यार ! तुम लोग यहां बहश कर रहे हो और वहां सर मुझे डांट रहें हैं । तुम लोग जल्दी चलो सर आज बहुत गुस्से में हैं ? "
आरव के घर
साहिल , आरव , निखिल , अनुज और सुरेश आरव के घर गए रहते हैं । आरव की मम्मी - पापा आरव के सब दोस्तों को अपने घर खाने पर बुलाया थे । वैसे ही आरव के बारे में आरव के मम्मी - पापा को कुछ जरूरी बातें करनी थी ।
साहिल ( आरव के मम्मी - पापा के पैर छूते हुए ) - नमस्ते आंकल - आंटी आप लोग कैसे हैं ? आंटी और सब लोग कहां गए ?
आरव की मम्मी ( मुस्कुराते हुए ) - " बेटा ! वो सब तो कब का यहां आ गए , सिर्फ तुम ही लेट थे ? "
आखिर आरव के मम्मी - पापा आरव के दोस्तों से ऐसी क्या जरूरी बातें करना चाहते हैं ?
जानने के लिए पढ़ते रहिए " मोहब्बत सिर्फ तुम से " ।
आगे ... ....