अगले चैप्टर में आपने पढ़ा कि कशिश के कॉलेज जाने के बाद साहिल और सोनल आगे बैठकर बातें करते - करते हॉस्पिटल तक जाते हैं । तभी साहिल सोनल को प्रपोज करने का प्लान बनाता है । सोनल को छोड़ के आने बाद साहिल और उसके दोस्त मिलकर साहिल के पूरे कमरे को अच्छे से डेकोरेट कर देते हैं । शाम होने पर साहिल सोनल को लेने के लिए हॉस्पिटल जाता है । तभी सोनल के बैच की सारी लड़कियां साहिल से मिलने के लिए आती हैं । उनमें से कुछ लड़कियां साहिल को फ्लर्ट करने की कोशिश करती हैं , और एक लड़की तो हमारे हीरो को किस भी कर देती है । सोनल साहिल को दूसरी लड़कियों के साथ देख कर बहुत गुस्सा हो जाती है । सोनल और साहिल घर पहुंचने के बाद कशिश और शीतल से बात करने लगते हैं ।
शीतल ( मुस्कुराते हुए ) - " सोनल ! बेटा आज तुम गुस्से में लग रही हो । साहिल ने कुछ कहा क्या तुम्हें ? "
सोनल ( साहिल की ओर देखते हुए ) - " आंटी ! साहिल तो मेरा दोस्त है । वो मुझे क्या कहेगा ? हां मैं मानती हूं कि थोड़ी नोक - झोंक हो जाती हम दोनों में , पर वो मुझे कभी ऐसा कुछ नहीं कहेगा कि जिससे मैं उससे नाराज हो जाऊं ?
साहिल ( मुस्कुराते हुए ) - " मम्मी ! आज मुझे कुछ लड़कियां छेड़ रही थी , इसीलिए आज से मैं सिर्फ कार में बैठा रहूंगा । कार से बाहर नहीं निकलूंगा और सोनल भी आकर बैठ जाएगी और में सोनल को लेकर चला आऊंगा ? "
कशिश ( हंसते हुए ) - " भाई ! ये आप क्या कह रहें हैं ? सोनल के हॉस्पिटल की लड़कियां आप को छेड़ रही थी ? "
साहिल ( मुंह बनाकर ) - " हां ! सोनल के बैच की एक लड़की ने तो हद ही कर दी ? "
शीतल ( मुस्कुराते हुए ) - " साहिल ! उस लड़की ने तुम्हें सबके सामने प्रपोज कर दिया क्या ? "
साहिल ( मुंह बनाकर ) - " नहीं ! प्रपोज करती तब भी सही रहता , लेकिन वह तो सीधा आकर मुझे किस कर गई । "
तभी साहिल का मुंह और उसकी बातें सुनकर कशिश , शीतल और सोनल हंसने लगती हैं ।
कशिश ( मुस्कुराते हुए ) - " भाई ! आप तो किसी लड़की को फ्लर्ट कर ही नहीं सकते तो उन लड़कियों ने खुद ही आपको फ्लर्ट कर दिया ? और आप जैसा हैंडसम लड़का कोई देखेगा तो कैसे फ्लर्ट नहीं करेगा ? "
साहिल ( मुस्कुराकर सोनल की तरफ देखते हुए ) - " मुझे तो कोई और लड़की पसंद है , इसलिए मैं अभी उस लड़की को फ्लर्ट करने की कोशिश में हूं , लेकिन वो मुझे भाव ही नहीं देती है ? "
सोनल ( मुंह बनाकर ) - " साहिल ! कौन है वो लड़की ? "
साहिल ( मुस्कुराते हुए ) - " सोनल ! मैं किसी को नहीं बताऊंगा कि वो लड़की कौन है ? "
सभी साहिल से सोनल कशिश और शीतल पूछने लगती हैं की उस लड़की का नाम बता दो जिसे इंप्रेस करने के लिए तुम उसके पीछे इतने दिनों से पड़े हुए हो ? लेकिन साहिल किसी को भी कुछ नहीं बताता । थोड़ी देर बाद राहुल आ जाते हैं फिर सब लोग एक साथ बैठकर डिनर करते हैं ।
साहिल ( मुस्कुराते हुए सोनल के पैर पर अपना पैर रखता है ) - " मम्मी ! सोनल को थोड़ा और खाना दीजिए , उसकी प्लेट खाली होने वाली है । "
सोनल पैर ऊपर करके बैठ जाती है । साहिल को सोनल का पैर नहीं मिलता है । तब साहिल अपना पैर इधर - उधर करके सोनल के पैर को ढूंढने लगता है । तभी साहिल को मिताली का पैर मिल जाता है और साहिल मिताली के पैर को सोनल का पैर समझने लगता है ।
साहिल ( मुस्कराते हुए पैर को अपने पैर से सहलाते हुए ) - " सोनल ! मुझे तुमसे कुछ काम है तुम खाना खा के मेरे कमरे में आओगी ? "
सोनल ( मुस्कुराते हुए ) - " हां ! मैं आ जाऊंगी ? "
मिताली ( सोनल से ) - " सोनल ! साहिल मेरे पैर को तुम्हारा पैर समझकर गुदगुदी कर रहा है । उसे बताओ की ये पैर तुम्हारा नहीं बल्कि मेरा है । "
सोनल ( मुस्कुराते हुए ) - " साहिल ! तुम मेरे बिलकुल सामने बैठे हुए हो , तो उस हिसाब से मेरा पैर तुम्हारे सामने और तुम्हारा पैर में सामने होना चाहिए , लेकिन मेरा पैर तुम्हारे सामने नहीं है और तुम्हारा पैर मेरे सामने नहीं है ? "
साहिल ( मुंह बनाते हुए ) - " सोनल ! यार ये तुम क्या कह रही हो ? तुम्हारा पैर मेरे सामने ही है और मेरा पैर तुम्हारे पैर के पास है । "
सोनल ( मुस्कुराते हुए ) - " साहिल ! जिस पैर को तुम मेरा समझ रहे हो , दरअसल वो पैर किसी और का है ? "
साहिल ( तुरंत मिताली के पैर से अपना पैर हटाते हुए ) - " सॉरी यार ! तो फिर तुम्हारा पैर कहां है ? "
सोनल ( मुस्कुराते हुए) - " साहिल ! मेरा पैर मेरी कुर्सी पर है और जो पर तुम्हारे पास था वो मिताली का पैर था ? "
साहिल ( मुंह बनाकर ) - " सॉरी ! मुझे माफ कर दो ? "
कशिश ( साहिल को देखते हुए ) - " भाई ! आप क्यों सॉरी बोल रहे हैं ? आपने ये दिशाओं का आंसर गलत दिया है इसीलिए सॉरी बोल रहे हैं ? "
साहिल ( हकलाते हुए ) - " ह... ह ... हां .. ! इसीलिए सॉरी बोल रहा हूं ? "
शीतल ( मुस्कुराते हुए ) - " साहिल ! तुम्हारा दिमाग सोनल के दिमाग कितना तेज नहीं है ? "
मिताली ( मुस्कुराते हुए ) - " हां ! आंटी आप बिल्कुल सही कह रहीं हैं । मेरी दोस्त का दिमाग बहुत तेज है । "
साहिल ( सोनल को देखते हुए ) - " हां ! तुम्हारी सहेली का दिमाग तेज होगा पर वो बिना मुंह से कही बातों को नहीं समझ पाती और मैं बिना मुंह से बोली हुई बातों को भी समझ जाता हूं ? "
अभी सब लोग डिनर करके उठने लगते हैं । सोनल साहिल की हरकत को देखकर मुस्कुराती ही रहती है ।
साहिल ( सोनल से ) - " सोनल ! तुमने अपना पैर ऊपर कुर्सी पर क्यों रखा था ? तुम्हारी वजह से मैंने कितनी बड़ी गलती कर दी । मैं तुम्हारा पैर समझकर मिताली के पैर पर आपना पैर रखा हुआ था । मिताली मेरे बारे में क्या सोच रही होगी ? "
सोनल ( मुस्कुराते हुए ) - " साहिल ! जब तुम ऐसा अजीब सा मुंह बनाते हो , तब बहुत क्यूट लगते हो ? ' हाय मैं मर जावां ऐसे सोड़े मुखड़े पर ' । "
साहिल ( मुस्कुराते हुए ) - " सोनल ! तुम थोड़ी देर के लिए मेरे कमरे में आओगी ? मुझे तुमसे कुछ जरूरी बात करनी है और कुछ दिखाना है । "
सोनल ( मुस्कुराते हुए ) - " हां ! चलो ? मैं बस अभी 2 मिनट में आती हूं । "
तभी सोनल अपने कमरे में जाती है और बालों को और अपने चेहरे को सही करके साहिल के कमरे में जाती है । सोनल साहिल का दरवाजा खटखटाती है । तभी साहिल अंदर से आवाज देता है , " सोनल दरवाजा खुला है चली आओ ? "
सोनल दरवाजा खोलती है और देखती है कि कमरे में पूरी तरह से अंधेरा है सोनल साहिल का नाम लेते हुए अंदर घुसती है ।
सोनल ( आवाज देते हुए ) - " साहिल ! तुम कहां हो और तुम्हारे कमरे में इतना अंधेरा क्यों है ? साहिल तुम कहां हो , मुझे डर लग रहा है ? "
तभी सोनल साहिल के कमरे की लाइट्स जला देती है । तो सोनल साहिल को अपने आगे घुटने पर बैठे हुए और गुलाब का फूल लिए हुए देखती है , तो बहुत ज्यादा खुश हो जाती है ।
सोनल ( हंसते हुए ) - " साहिल ! इसका मतलब तुम मुझसे ...... । "
साहिल ( मुस्कुराकर सोनल को देखते हुए ) - " सोनल ! i love you . मैं तुम से बहुत प्यार करता हूं ? और आशा करता हूं की तुम भी मुझसे प्यार करती होगी ? "
सोनल ( हंसते हुए साहिल को गले लगा लेती है ) - " i love you too साहिल। मैं भी तुमसे बहुत प्यार करती हूं ? तुम्हारे साथ रहते - रहते मुझे कब प्यार हो गया ? मुझे पता ही नहीं चला ? "
साहिल ( मुस्कुराते हुए ) - " सोनल ! क्या हम दोनों एक लिप किस कर सकते हैं ? "
सोनल ( मुस्कुराते हुए ) - " हां ! साहिल तुम लिप किस कर सकते हो ? "
तभी साहिल धीरे - धीरे सोनल के होंठों के तरफ बढ़ता है । सोनल भी धीरे - धीरे साहिल के होंठों के तरफ बढ़ती है फिर साहिल और सोनल लिप किस करते हैं ।
साहिल ( मुस्कुराते हुए ) - " i love you सोनल। तुम शायद मुझसे अब कुछ दिनों से प्यार करने लगी हो , लेकिन जब मैने तुम्हें नहीं देखा था । हम दोनों के बीच सिर्फ बचपन की ही यादें थी । तभी से मैं तुमसे बेइंतेहान प्यार करता हूं ? "
सोनल ( मुस्कुराते हुए ) - " साहिल ! ये पूरा कमरा तुमने कितना अच्छा डिकोरेट किया है । ये हमारी बचपन की तस्वीरें कितनी अच्छी है ना और ये हमारी पार्टी की तस्वीरें भी कितनी अच्छी है ? "
साहिल ( मुस्कुराते हुए ) - " सोनल ! मुझे पता है की जब तुम्हारे बैच की लड़की ने मेरे गालों पर किस कर दी थी , तब तुम्हें बहुत जलन हो रही थी ? "
सोनल ( साहिल के उसी गाल पर किस करते हुए ) - " साहिल ! तुम सिर्फ मेरी प्रॉपर्टी हो और मैं नहीं चाहती की कोई भी आकार तुम पर हक जमाए , चाहे वो मेरे बैच की ही लड़कियां क्यों ना हों ? "
तभी साहिल और सोनल बैठ जाते हैं और ढेर सारी रोमेंटिक बातें करते हैं ।
सोनल ( साहिल को देखते हुए ) - " साहिल ! अब मुझे नींद आ रही है । मैं अपने कमरे में जा रही हूं ? "
साहिल ( मुंह फुलाकर ) - " सोनल ! तुम मुझे अकेला छोड़ कर जा रही हो ? थोड़ी देर और रुक जाओ ना ? "
सोनल ( मुस्कुराते हुए ) - " साहिल ! अब तुम मुझे जाने दो । अब हम दोनों सुबह मिलेंगे ? गुड नाईट स्वीट ड्रीम्स । "
साहिल ( मुस्कुराते हुए ) - " सोनल ! नींद की गोली तो देती जाओ , नहीं तो मुझे नींद नहीं आएगी ? "
सोनल ( मुस्कुराते हुए ) - " नींद की गोली । मतलब ? "
साहिल ( मुस्कुराते हुए ) - " सोनल ! एक किस तो देती जाओ ? "
सोनल ( मुस्कुराते हुए ) - " गुड नाईट साहिल ! अब सुबह बात करना । मैं सोने जा रहीं हूं ? "
इतना कहकर सोनल मुस्कुराते हुए वहां से चली जाती है और अपने कमरे में जाकर साहिल के बारे में सोच कर मुस्कुराने लगती है और साहिल भी सोनल के बारे में सोचकर मुस्कुराते रहता है ।
क्या साहिल और सोनल के इस प्यार को राहुल और दिलेर एक्सेप्ट करेंगे ?
आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहिए " मोहब्बत सिर्फ तुम से " ।
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