3 अप्रैल 2022
मंगलवार
समय 10:45(रात)
मेरी प्यारी सहेली,
आज अक्षय तृतीया है। बहुत ही खास दिन है आज का। आज ही के दिन हम विवाह के गठबंधन में बंधे थे।
सुना था आज के दिन बिना तिथि नक्षत्र देखें विवाह हो जाया करते हैं। आज भी कई जगह से शादी के कार्ड आए हैं। इस तिथि पर तो पहले बाल विवाह बहुत अधिक हुआ करते थे।
हालांकि आजकल बाल विवाह बहुत कम हो गए हैं। सरकार ने कड़ी कार्यवाही शुरू कर दी है, वरना गांव देहातों में आज भी बाल विवाह की प्रथा प्रचलित है।
पहले बच्चियां कम उम्र में ही ब्याह दी जाती थी। तकरीबन 11-12 साल में। मेरी दादी नानी भी इसी उम्र में विवाह के बंधन में बंध गई थी।
धीरे-धीरे समय के साथ स्थिति में परिवर्तन आने लगा। सरकार की तरफ से भी कड़े कानून बना दिए गए की विवाह की उम्र लड़की के लिए 18 और लड़के के लिए 21 वर्ष तय की गई
पर अब सरकार द्वारा कानून पास कर लड़कियों के लिए विवाह की उम्र 21 और लड़कों के लिए विवाह की उम्र 23 निर्धारित कर दी गई है। वैसे भी आज के समय में हर मां बाप चाहता है कि विवाह से पूर्व लड़की को पढ़ा लिखा दिया जाए, ताकि भावी जीवन में किसी भी प्रकार की कोई कठिनाई आने पर लड़की उसका मुकाबला कर सके।
व्हाट्सएप देखते हुए पता चला आज ना सिर्फ अक्षय तृतीया है वरन इस दिन का खासा महत्व है।
इस दिन भगवान परशुराम का जन्म दिवस मनाया जाता है। आज ही के दिन मां अन्नपूर्णा का भी अवतरण दिवस बताया जाता है। एक और खास बात जो इस साल की रही है वह है कि 1 महीने के रमजान के बाद आज ईद मनाई जा रही है।
मुसलमान भाइयों का एक खास दिन जिस दिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं। आज सेवइयां हर मुसलमान घर में बनी है। आज मीठी ईद के नाम से जानी जाती है।
ये सब त्यौहार है क्या? खुशी का इजहार, खुशियां मनाने का एक तरीका। ताकि हम जिंदगी में खुशियां बटोर सके। खुश रह सके, आनंदित हो सके।
इसी आशा के साथ।
शुभ रात्रि