26 मई 2022
गुरुवार
समय 3:00
मेरी प्यारी सहेली,
आज पार्क में घूमते हुए मुझे घास में पीले रंग के फूल खिले हुए दिखे। सुबह की रोशनी और पीले फूल बड़े ही मनमोहक लग रहे थे।
ऐसा लग रहा था मानो सभी बड़े फूलों को वह नन्हा सा छोटा सा फूल चिढ़ा रहा हो। कह रहा हो तुमसे तो मैं छोटा हूं पर देखो छोटा होते हुए भी खिला हुआ कितना प्यारा लग रहा हूॅं।
शब्द इन पर चल रहे दैनिक लेखन प्रतियोगिता में जीतने वालों के नाम 21 मई के बाद से दिखने बंद हो गए हैं। सखी बताओ तो जरा सिर्फ मुझे ही देखना बंद हुए हैं या सभी को?
तुम से बतियाने का आलम ऐसा हो गया है कि जब तक एक बार तुमसे बात ना कर लूं दिल को तसल्ली ही नहीं मिल पाती।
चाहे रात के 11:30 बजे ही क्यों ना हो तुमसे बात करके दिल को बहुत सुकून मिलता है।
अभी के लिए इतना ही फिर मिलती हूं।