यह कहानी है एक छोटी सी गाँव की, जहाँ एक माँ अपनी बेटी से बात कर रही थी।
माँ: "बेटी, आज हमारा खास दिन है। आज हम अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस मनाएंगे।"
बेटी: "माँ, यह क्या है?"
माँ: "यह एक दिन है जब हम सब बेटियों को समर्थन और सम्मान देते हैं। हम उन्हें यह याद दिलाते हैं कि वे हमारे समाज का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और वे किसी से कम नहीं हैं।"
बेटी: "वाह, माँ, यह अच्छा है।"
गाँव में, बच्चों ने मिलकर एक प्रस्थिति बनाई और वे अपनी बेटियों के साथ खेलने और पढ़ाई करने का समर्थन किया। वे समझते थे कि बेटियाँ भी बड़ी चीजें कर सकती हैं।
इस रूप में, गाँव में अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस का जश्न मनाया गया और सभी बेटियाँ अपने पूरे पैधाई में तरक्की करने के लिए प्रेरित हुईं। इसके साथ ही, उन्हें समर्थन और सम्मान का भी एहसास हुआ कि वे अपने सपनों को पूरा कर सकती हैं।