जब सूरज छुप कर जाता है पश्चिम,
समय का परिवर्तन होता है सुन्दर,
रात का पहरा ढल जाता है समीर,
और धरती पर आती है शांति का मोमेंट।
चाँद आकाश में चमकता है नया,
नक्षत्रों की ख़ुशबू फैलती है आसमां,
रात का संगीत गाता है बर्फीला पग,
और दिल की गहराइयों में होती है ख़ुशियों की धड़कन।
यह है रात की कविता का सुंदर अद्वितीय मोमेंट,
जब सब कुछ लगता है माना हुआ,
जिंदगी की हर रोज़ का अंश,
और हिंदी की मातृभाषा में बोलती है कविता की भाषा।