एक समय की बात है, एक गाँव में एक नौकरी में रहने वाली एक महिला थी जिनका नाम सुमित्रा था। उसका एक छोटा सा परिवार था, और उसका जीवन गरीबी और संघर्ष से भरा हुआ था।
सुमित्रा ने हमेशा से छठ पूजा का व्रत रखा करती था, लेकिन उसकी समस्याएं कभी भी बदलती नहीं थीं। एक बार, उसने बड़े भक्ति भाव से सूर्य देवता की पूजा की और छठी मैया से आशीर्वाद मांगा।
अचानक, उसकी समस्याएं बदलने लगीं और उसका जीवन सुखमय बन गया। उसे एक सुखद परिवर्तन का अहसास हुआ और उसने देवी छठी का आभास किया। छठ पूजा के बाद, उसका परिवार समृद्धि और सुख-शांति में बढ़ गया।
यह कहानी बताती है कि छठ पूजा में विश्वास और भक्ति के साथ किए गए व्रत से अद्भुत परिणाम मिलते हैं और जीवन में समृद्धि और सुख की प्राप्ति होती है।