👦👧👩💼🕵️ बाल गीत 🕵️👩💼👧👦खटर पटर जब बगल के कमरे से आया।मुन्ना चौंक कर दोनो कान उधर तब लगाया।बर्तन पटकने ऐसा उसे समझ में आया।खाना बना नहीं भूख लगी जल रही काया।मुन्ना झटक जा माँ का कँधा पकड़ लटका।देखा माँ की आँखों से आँसू दो तब टपका।बोली बेटा महिने से पापा का काम बंद है।राशन सारा रखा खा गये अब
चलो नहायें बारिश में लौट कहाँ फिर आ पायेगा ?ये बालापन अनमोल बड़ा ,जी भर आ भीगें पानी में झुलसाती तन धूप बड़ा ; गली - गली उतरी नदिया कागज की नाव बहायें बारिश में !चलो नहायें बारिश में !झूमें डाल- डाल गलबहियाँ, गुपचुप करलें कानाबाती करेंगे मस्ती और मनमानी सीख आज हमें ना भाती , लोट - लोट लि
👩⚕️👼👮बचपन👮👼👩⚕️काश बचपन में एकबार वापस फिर जा मैं पाता।गुल्ली डंडे का खेल,गगन में ऊँची पतंग उड़ाता।।अल्हड़पन वह बाल सुलभ वाक् पाटुता पुनः पाता।नटखट कृत्यों से अविभावक गणों को खूब छकाता।।पठन-पाठन एवम् क्रिणा में ताल-मेल बैठा मैं पाता।कब्बडी खेल कर धूल-धुसरित हो घर पर था आता।।गृह कार्य में कोताही
"बाल गीत"चंदा मामा आ भी जाओ, लेकर अपना प्यारमेरी माँ के भाई हो तुम, तारों के सरदारबहुत खिलाया माँ ने कहकर, लाएंगे चंदा मामादूध-भात से भरा कटोरा, रहते घिर बादल श्यामाछुप जाते क्यों आप बताओ, वादा नहीं निभाते होआज छमाछम है सावन की, तुम हो झूला के रखवारचंदा मामा आ भी जाओ, लेकर अपना प्यारमेरी माँ के भाई
बात लगभग अस्सी के दशक की है . जितने में आजकल एक कप आइसक्रीम मिलता है , उतने में उनदिनों एक किलो चावल मिल जाया करता था. अंगिरस 6 ठी कक्षा का विद्यार्थी था. उसके पिताजी पोस्ट ऑफिस में एक सरकारी मुलाजिम थे. साईकिल से पोस्ट ऑफिस जाते थे. गाँव में उनको संपन्न लोगो में नहीं , त
इंसान की खूबसूरती बालों से ही होती है और जब ये झड़ने लगते हैं तो लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है. बालों के गिरने से इंसान का मनोबल गिरता है और वे लोगों को फेस करने में कतराने लगते हैं. अमूमन दिन में 50 से 100 बालों का गिरना आम बात होती है लेकिन अगर ये बाल
देश भर में पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की आज 129वीं जयंती मनायी जा रही है। 14 नवंबर 1889 को जन्मे पंडित नेहरू की जयंती को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है क्योंकि नेहरू को बच्चों से बहुत प्यार था और वो नेहरू को चाचा कहकर बुलाते
आज आज़ाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडितजवाहरलाल नेहरू का हैप्पी बड्डे है, मतलब देश का बाल दिवस। सोमवार, यानि 12 नवंबरको विश्व निमोनिया दिवस था। ब्रिटेन का एक गैर सरकारी संगठन है। उसने कुछ आंकड़ेपेश किए हैं। ये आंकड़े बताते हैं कि निमोनिया अब भी विश्व में बच्चों की मौत काएक अहम कारण है। कई देशों के
1.स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री और 6 बार कांग्रेस अध्यक्ष के पद को सुशोभित करने वाले (लाहौर 1929, लखनऊ 1936, फैजपुर 1937, दिल्ली 1951, हैदराबाद 1953 और कल्याणी 1954) पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवम्बर, 1889 को इलाहाबाद में हुआ।2. हैरो और कैम्ब्रिज में पढ़ाई कर 191
सबसे अच्छी दोस्त-मनोहर चमोली ‘मनु’निहारिका ने राजेश से कहा-‘‘पापा। कल स्कूल में पेरेंट्स मीटींग है। आप आओगे न?’’राजेश नोटबुक पर झुका हुआ था। निहारिका की ओर देखे बिना बोला-‘‘साॅरी बेटी। कल आॅपिफस में जरूरी मीटींग हैं। बट डोंट वरी। मम्मी से कहो। वो चली जाएंगी।’’निहारिका उदास हो गई। धीरे से बोली-‘‘मम्म
युवाओं के लिए बड़ी खबर है। सरकारी नौकरी पाने का बड़ा अवसर है। सशस्त्र सीमा बल ने सब इंस्पेक्टर, असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर, स्टेनोग्राफर, फर्मासिस्ट, स्टाफ नर्स और हेड कांस्टेबल समेत कई पदों के लिए आवेदन मांगे हैं। इच्छुक उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने से पहले उम्मीदवार पूरी जानकारी लें, उसके
घमंडी सियार ओमप्रकाश क्षत्रिय"प्रकाश" काननवन में एक सियाररहता था. उस का नाम था सेमलू. वह अपने साथियों में सब से तेज व चालाकी से दौड़ताथा. कोई उस की बराबरी नहीं कर पाता था. इस कारण उसे घमंड हो गया था," मै सियारों में सब से तेज व होशियार सियार हूँ." उस ने
काले-लंबे घने बाल (हृर्ली के बालों की वृद्धिए सफेद बाल रोकना, बालों §ýह्न झडÂह्नह्नएरोकना, रूसी डेन्ड्रफ) योगोपचार:-जलधौती, उषःपान, शीतली, सित्कारी, चंद्रस्वर से भस्त्रिका, भूजंगासन, शलभासन, विपरीतकरणी, सर्वांगासन, मत्स्यासन, शशांकासन, सूर्यनमस्कार, शीर्षासन, कपालभाति, भ्रामरी, अनुलोम-विलोम, ओंकार स
ज्ञान जितना पा लो कम है। प्रतिदिन अनेक किताब प्रकाशित होती हैं, सभी तो कोई पढ़ नहीं सकता। ज्ञान से बुद्धि बल बढ़ता है। बुद्धि का बल सबसे बड़ा है। ज्ञान से बुद्धि बल बढ़ता है और बुद्धि में विवेक जागता है। विवेक सम्मत बुद्धि से हम सभी सम्ास्याओं एवं शंकाओं का समाधान कर पाते हैं। इसलिए ज्ञान की म