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दैनिक_प्रतियोगिता

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🔸आलू का हलवा:-
आजकल त्योहारों की तैयारी चल रही है । किसी ना किसी चीज का हलवा प्रत्येक घर मे

धरम एक सुंदर और स्मार्ट  अच्छी डील डौल वाला नव जवान है, पर उसके गुस्सैल स्वभाव ने उसे बुरा

अक्सर वही गीत  गुनगुनाती हो क्यों

कसम होती लडकियो पर भी जारी


लड़कियों तुम सुन लो अब तुम्हारी बारी
ये कसम

लडको के लो ये वादा खरा

सुन लो ये बात लड़को तुम जरा

जीवन एक साबुन का बुलबुला है,
सुंदर, मनभावन,रंगीन।
तभी तक ,जब

ये दिल ही तो है न बाबा
थोड़ा बच्चा है  न जी
थोड़ा  स

दोस्तों को शाम को फोन करके  बस इतना पूछा:--  

कैसे कह दूं मुझे तुमसे प्यार नहीं,
आज भी हर सुबह तुम्हारा इंतज़ार

अधूरी बात अनसोई रात 

🙇🙇 बहुत दिनों बाद फुर्सत के चंद लम्हे  किस्मत से मिले थे मुझे ! या यूं समझो आज छुट्टी का द

दोस्तों एक दिन मैंने अपने पतिदेव से कहा आप तों मेरे पतिदेव है। तों आप भी देवताओं की तरह रहा करो।।



खूबसूरत वादियों के बीच में खड़कपुर (काल्पनिक नाम) नाम का एक गांव


किरन सुबह से काफी पे काफी बना के पीए जा रही है।।कामवाली बाई अभी तक नहीं आई है।।स

विराज ,रोहन, मुकेश , अनिल, अविनाश पांचों दोस्त हैं हास्टल में साथ ही रहते हैं। 1 दिन प्लान बनाते हैं

            

             


2  - 3 दिन तक गौरी ने सिद्धार्थ से बात ही नहीं की| सिद्धार्थ उसे मनाने की क

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एक गांव में दो मां बेटी रहा करती थी । गीता और अरूद्ध

 " सपना " वह सपना जिसे सोचते ही ,जिसका ख्याल आते ही एक बड़ी सी मुस्कान हमारे चेहरे पर आ जा

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