shabd-logo

दैनिक_प्रतियोगिता

hindi articles, stories and books related to dainik_pratiyogita


मुकेश अपने लैपटॉप पर बैठा कुछ काम कर रहा है , उसका इंस्टाग्राम भी साथ साथ ओपन है , उसी समय एक खूबसूर

भाग 5

सीता परेशान हैं ,उसे आज बड़ा अजीब से लग रहा है

भाग 4

वह पागल  तांत्रिक लोगो  को  समझ

जमाने की चाल से बिल्कुल अलग चला 
अकेलेपन का इक अहसास जो ख़ूब खला

राधिका अपने घर की दालान पर सो रही थी..नींद तो उसकी आँखों से कोसों दूर थी।

<

क्यों लौटता है तू हारकर
स्वशक्ति का अपमान कर
इस नैराश्य का नाश कर
स्वशक्ति का उद्गा

भाग 3


रिपोर्टर के बार बार जिद्द करने पर सर्वेश उसे लेकर घर  कि तरफ बढ़ता है,

धरम जवाहर कॉलेज का मेघावी छात्र था, वह पढ़ने में जितना तेज़ था ख

हैलो
डियर जिन्दगी, अभी भी व्यस्तता बहुत ज्यादा है। मन की भी और जीवन की भी। कल मैं मन
से य

मेरे नानी के आँगन में
चारपाई बिछी रहती थी
मानो ऐसा लगता था की

, पप्पू टॉयलेट में बैठा है वह थोड़ा परेशान है
<

आम है आजकल की मोहब्बत की कहानी

ना  होता इश्क अब रूहानी

ना आज की चा

पूनम फेस बुक और इंस्टाग्राम में लगी रहती है, वह दिन भर सोशल मीडिया मे

जब हो घनी अंधियारी रात
तो समझना रोशन सवेरा
आने वाला  है पास

चलो अब कुछ काम कर लेते है

वाह क्या फिगऱ हैं..... क्या सूरत हैं.... मानना पड़ेगा यार...ऊपरवाले ने बहुत फुर्सत से बनाया हो

"कैसी हो ममता?"-फोन पर उधर से नवीन की आवाज सुनकर ममता का रोम रोम खिल उठा।

<

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए