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दैनिक_प्रतियोगिता

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आज कल फेस बुकिया प्यार बहुत बढ़ गया है, लोग दिन भर सोशल मीडिया में लग

मनीष तिवारी एक छोटा सा बिज़नेस करता है , जिसमे वह अच्छा काम लेता है ,

आधी उम्र बीत गई रज्जो को अपनी पहचान अपनों के बीच खोजते खोजते ।रज्जो के कान में जब आवाज आती है ह

वाणी को सोच में डूबा

एक नवाब साहब  लखनऊ से अपने भतीजे के निकाह के लिए बरेली  पहुचे.. 


आज इस सुबह की ही तरह ये कस्बा भी निखिल के लिए नया था। पिताजी का तबादल

कैसे सजा देगा ऐ काजी मुझको 

  उनसे मेरे इश्क के इजहार का, 




रुद्र को होश आया| रुद्र के आँखे खोलते ही सारे गाव

मुकेश अपने लैपटॉप पर बैठा कुछ काम कर रहा है , उसका इंस्टाग्राम भी साथ साथ ओपन है , उसी समय एक खूबसूर

भाग 5

सीता परेशान हैं ,उसे आज बड़ा अजीब से लग रहा है

भाग 4

वह पागल  तांत्रिक लोगो  को  समझ

जमाने की चाल से बिल्कुल अलग चला 
अकेलेपन का इक अहसास जो ख़ूब खला

राधिका अपने घर की दालान पर सो रही थी..नींद तो उसकी आँखों से कोसों दूर थी।

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क्यों लौटता है तू हारकर
स्वशक्ति का अपमान कर
इस नैराश्य का नाश कर
स्वशक्ति का उद्गा

भाग 3


रिपोर्टर के बार बार जिद्द करने पर सर्वेश उसे लेकर घर  कि तरफ बढ़ता है,

धरम जवाहर कॉलेज का मेघावी छात्र था, वह पढ़ने में जितना तेज़ था ख

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