आम जनता हो या सेलिब्रिटी गोल-गप्पे हर किसी को पसंद होते हैं, लेकिन सबसे ज़्यादा बुरा तब लगता है जब गोल-गप्पे वाले भईया इन्हें खिलाने के लिए, लंबा इंतज़ार करवाते है. सही कहा न, लेकिन अब आपको गोल-गप्पों के लिए लंबा इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा, हम ऐसा क्यों कह रहे हैं, ये भी जान लीजिए.मनिपाल इंस्टीट्यूट ऑ
UIDAI द्वारा जारी किए गये UID नंबर यानि कि आधार को आईटीआर फ़ाइल करने, पैन कार्ड के लिए ऐप्लाई करने के लिए भी अनिवार्य घोषित किया गया था. इसी कड़ी में अब घोषणा की गई है कि फ़रवरी 2018 तक, जो सिम कार्ड आधार कार्ड से लिंक किये जाएंगे उन्हें ही वैध माना जाएगा. जो सिम कार्ड लिंक नहीं हो पाएंगे, उन्हें अवै
एक आम लड़की की तरह उसकी आंखों में भी ज़िंदगी को लेकर कई सपने हैं. यहां तक कि वो आज़ाद पंछी की तरह पंख फ़ैला कर, आसमान में उड़ने की चाहत भी रखती है, लेकिन एक भंयकर बीमारी के कारण वो सांप की तरह ज़िंदगी जीने को मजबूर है.ये किस्सा अपने आप में बेहद अनोखा और चौंका देने वाला है
माना जाता है कि दुनिया में एक ही इंसान के सात हमशक्ल होते हैं. लेकिन ये तो आपने भी नहीं सुना होगा कि सदियों पहले जन्मे इंसानों की शक्ल भी आज के ज़माने में मौजूद लोगों से मिल सकती है. कैसा हो अगर आपको पता चले कि जिस चेहरे को आप अपनी महत्वता देते आ रहे हैं, वो यूनिक नहीं है और सदियों पहले भी आपके हमशक
बैंक की हर सर्विस, हर सुविधा की कीमत तय होती है. कुछ भी मुफ्त नहीं होता.जीने के लिए पैसा जरूरी है. पैसा हो तो बैंक जरूरी है. आप किसी देश के नागरिक हैं, उसकी अर्थव्यवस्था में भी आपका हिस्सा होगा. पैसे जमा करने हैं. पैसों का लेन-देन करना है. तनख्वाह चाहिए. सब्सिडी चाहिए. टै
अक्सर आपने बुजुर्गों को यह बात कहते सुना होगा कि स्वास्थ्य ही हमारी संपत्ति है। यही हमारा सबसे बड़ा धन है। वाकई हमारा शरीर एक ऐसी मशीन की तरह काम करता है जो स्वास्थ्यवर्धक चीजों काे ग्रहण कर हमें फायदा पहुँचाती है। वहीं वे चीजें जिससे शरीर को नुकसान होगा उसके प्रति शरीर ए
घर का सामान यहां-वहां फैलाने के लिए हम सबने डांट खाई है. मैंने तो खूब खाई है. अपना कमरा बेतरतीब रखने पर मम्मी आज भी मुझे श्वान प्रजाति से सीख लेने की सलाह दे देती हैं. कहती हैं, कुत्ता भी पूंछ से ज़मीन झाड़ कर ही सोता है. लेकिन तुम में उतनी भी शर्म नहीं. वो कमरा साफ न करने और उसमें बेतरतीबी से सामान
मेजर जनरल जे एन चौधरी13 सितंबर, 1948 को भारत में पहली बार इमरजेंसी जैसी स्थिति बनी. ये 1975 की इंदिरा इमरजेंसी से अलग थी. इस दिन भारत के 36 हज़ार सैनिकों ने हैदराबाद में डेरा डाला. 13 से लेकर 17 सितम्बर तक भयानक क़त्ल-ए-आम हुआ. कहा गया कि हजारों लोगों को लाइन में खड़ाकर गोली
डकैत और बागियों के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सांकेतिक तस्वीर.शोले फिल्म याद है? मदर इंडिया? बैंडिट क्वीन, पान सिंह तोमर? एक से एक फ़िल्में. जो बनी हैं डकैतों पर. पहले जब गांवों की सेटिंग में फ़िल्में बनती थीं, खूब डकैत दिखते थे. अब फिल्मों की लोकेशन अर्बन और फॉरेन ज्यादा दि
माता-पिता और बुजुर्गों की सेवा करना तो हमारा धर्म है। मगर ऐसा भी नहीं है कि उनकी मृत्यु के बाद हम उन्हें भूल जाए। हमारा फर्ज है कि हम समय-समय पर अपने पितरों को याद करें। 'पितृपक्ष' एक ऐसा ही समय होता है, जब हम अपने पितरों की आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए श्रद्धापूर्वक श्
एक्स RBI गवर्नर रघुराम राजन नोटबंदी के फेवर में नहीं थे.रघुराम राजन. रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के भूतपूर्व गवर्नर. यूं तो हम भारतीयों का रिज़र्व बैंक के गवर्नर से साबका सिर्फ एक स्थिति में पड़ता रहा है. जब हम नोटों पर उनके दस्तखत देखते हैं. इसके अलावा जनता को कतई फर्क नहीं पड़ता
10 सितंबर 2017 को बैठककर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने 14 बाबाओं की लिस्ट जारी की. उन्हें फर्जी करार कर दिया है. ऐसे में इन 14 बाबाओं के अलावा और जो भी संत, बाबा और संन्यासी हैं, उन्हें 'असली' संत करार दे दिया गया है.अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने 10 सितंबर को इलाहाबाद में बैठक कर 14 फर्जी बाबाओं की सूची
जब कोई वैज्ञानिक किसी चीज का आविष्कार करता है तो उसका आविष्कार ही उसकी मोहब्बत होता है। उसे बनाने में उसका वक्त, खून पसीना, पैसा सबकुछ लगा होता है। भले ही आगे जाकर उसका आविष्कार कितना ही बेहतर बन जाए मगर वो अपने पहले आविष्कार को हमेशा सहेज कर रखता है। आज कई ऐसी चीजें हैं,
अासाराम, राधे मां, गुरमीत राम रहीम सहित 14 फर्जी बाबाओं की लिस्ट जारी हुई है.पाखंडी बाबाओं की दुकानें बंद करने का जिम्मा अब खुद संतों ने उठाया है. ऐसे स्वयंभू संतों को सबक सिखाने के लिए इलाहाबाद में संतों ने एक बैठक की. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के नेतृत्व में हुई इस बैठक
जेएनयू की दीवार पर लगा हाथ से बनाया गया पोस्टरजवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी, छोटा करके बोला जाए तो जेएनयू. जैसे ही आप जेएनयू के मेन गेट से अंदर की तरफ दाखिल होते हैं, करीब पांच सौ मीटर पर दाहिने हाथ एक ढाबा मिलता है. गंगा हॉस्टल के सामने होने की वजह से इसे नाम दिया गया है,
शांतनु गुहा रे ने इस किताब में जिग्नेश शाह की तरफ से तर्क पेश किए हैं.2013 में एक ऐसा व्यक्ति राजनीति और व्यापार के चक्रव्यूह में फंसा जो 2014 में पीएम बने नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया का चेहरा हो सकता था. उस व्यक्ति ने दस सालों के अंदर भारत में 10 वर्ल्ड क्लास स्टॉक एक्
टाइम मैगजीन के कवर पेज पर छपे थे विराथूबौद्ध भिक्षुओं का नाम आता है तो लगता है कोई शांत, सरल सा महंत होगा. बोलता होगा तो मुख से फूल झड़ते होंगे. हर वक्त शांति, प्रेम और सद्भाव की बातें करता होगा. ज्यादातर ऐसा ही होता है. मगर म्यांमार(बर्मा) के बौद्ध भिक्षु अशीन विराथू पर
ब्रह्मा, विष्णु और महेश। ये त्रिदेव इस सृष्टि को चलाने वाली तीन परम शक्तियां हैं। महादेव आदि भी हैं और अंत भी। भगवान शिव इस ब्रह्मांड की सर्वोच्च शक्ति हैं। शिव बुराई का अंत करने वाले हैं। भगवान शिव की आराधना करने से मनुष्य का कल्याण होता है। यही कारण है कि जब कभी भी हम भ
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक सभा में अफसरों से कहाँ की आप महिलाओं से धेर्य रखना सीख सकते हैं |लेकिन माँ का ऐसा जीवन होता है की हम भी अपनी माँ से बहुत कुछ सीख सकते हैं |जिनमें से कुछ प्रमुख बातों को आज हम इस लेख में जानेगें | सबको साथ लेकर चलना : हर कोई चाहता है की सब लोग उसे पसंद कर
नमस्कार दोस्तों,जैसा की आप सब जानतें हैं |आज सोशल साईट कितनी popular हैं ये बताने की मुझे कोई जरुरत नहीं इस के बारे में आप सभी जानते हैं | और हर internet user इनका इस्माल करना जनता हैं |और इसी लिएँ आज में आपको अपने ब्लॉगर में Social Share Button Add कैसे करें ? के बारे मे