पाखंडी बाबाओं की दुकानें बंद करने का जिम्मा अब खुद संतों ने उठाया है. ऐसे स्वयंभू संतों को सबक सिखाने के लिए इलाहाबाद में संतों ने एक बैठक की. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के नेतृत्व में हुई इस बैठक में देश के 14 फर्जी बाबाओं की लिस्ट जारी की गई है. ध्यान से देखिए, ये हैं वो 14 बाबा-
1. आसाराम उर्फ आशुमल शिरमानी
इनका नाम देश के बड़े संतों में दर्ज था. करोड़ों की संख्या में इनके अनुयायी थे और कई अभी हैं भी. फिर 2013 में शाहजहांपुर की एक लड़की ने आसाराम पर रेप का आरोप लगाया. इसके बाद कई और ऐसे ही मामले आए. तब से वो जोधपुर जेल में बंदी है.
2. राधे मां उर्फ सुखविंदर कौर
इन्होंने कुछ साल पहले खुद ही अपने आपको महंत घोषित कर दिया था. खुद को देवी बताने वाली सुखविंदर कौर उर्फ राधे मां का विवादों से पुराना नाता है. ये भक्तों की गोद में बैठने तक के पैसे लेती हैं. इन पर खुदकुशी के लिए उकसाने जैसे गंभीर मामले चल रहे हैं. महाराष्ट्र में इनकी काफी फॉलोइंग है.
3. सच्चिदानंद गिरी उर्फ सचिन दत्ता
पहले रियल इस्टेट, बीयर बार-पब जैसे कारोबार से जुड़े रहने वाले सचिन दत्ता उर्फ सच्चिदानंद भी रहस्यमय तरीके से बाबा बन गए थे. इन पर आरोप है कि इन्होंने धोखे में रखकर, अपने बारे में गलत जानकारियां देकर निरंजनी अखाड़े से महामंडलेश्वर की उपाधि ले ली थी. वैसे ये नोएडा के रहने वाला है.
4. गुरमीत राम रहीम
अब इनके बारे में क्या बताएं. इनकी दुकान तो अभी ताजा-ताजा बंद हुई है. रेप के आरोप में सिरसा के डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम अब 20 साल के लिए अंदर हो गए हैं. इनके डेरे में सर्च ऑपरेशन चलाया गया तो उसमें इनके कमरे से सेविकाओं के हॉस्टल के बीच सुरंग मिली है. इनके कांडों के बारे में यही सब बयां करता है.
5.ओम बाबा उर्फ विवेकानंद झा
‘बिग बॉस’ में जाने के बाद चर्चा में आए और उसके बाद से अब तक कई बार पीटे जा चुके हैं. टाडा आर्म्स एक्ट केस के चलते ओम पांच साल जेल में सजा काट चुके हैं. साल 1972 में उन्होंने साधु का रूप धारण किया था. इन पर चोरी, ठगी जैसे आरोप हैं. प्राय: दिल्ली में देखे जाते हैं.
6. निर्मल बाबा उर्फ निर्मलजीत सिंह
ये ऐसे ही ऊटपटांग तरीकों से बैठे-बैठे बता देते हैं- कृपा कहां से आएगी. टीवी पर इनके शो आते हैं. देखने में कॉमेडी शो ज्यादा लगता है, फिर भी लोकप्रिय हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. इन पर आय से अधिक संपत्ति समेत कई मामले दर्ज हैं.
7. इच्छाधारी भीमानंद उर्फ शिवमूर्ति द्विवेदी
दिल्ली के एक फाइव स्टार होटल में गार्ड की नौकरी करने वाले भीमानंद अचानक से बाबा बन गए. देखते ही देखते करोड़ों की संपत्ति बना ली. फिर सेक्स रैकेट चलाने और चीटिंग करने का आरोप लगा और जेल जाना पड़ा. खुद को साईं बाबा का अवतार बताते रहे हैं. रहने वाले यूपी के चित्रकूट के हैं.
8. स्वामी असीमानंद
अजमेर दरगाह में 2007 में हुए विस्फोट मामले में आरोपी बनने के बाद चर्चा में आए. इन्हें अजमेर, हैदराबाद और समझौता एक्सप्रेस विस्फोट मामलों में 19 नवंबर 2010 को उत्तराखंड के हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया था. पश्चिम बंगाल के हुगली के रहने वाले हैं. 1990 से 2007 के बीच राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ी संस्था वनवासी कल्याण आश्रम के प्रांत प्रचारक प्रमुख रहे.
9. बृहस्पति गिरि
बरेली में अलखनाथ ट्रस्ट है. इसके महंत रहे महंत बालक गिरी की मौत के बाद उनका वारिस तय करने में काफी विवाद हुआ था. बृहस्पति गिरि पर आरोप है कि इन्होंने जालसाजी से इस ट्रस्ट के मंदिरों पर अधिकार हासिल करने की कोशिश की. इनपर अलखनाथ ट्रस्ट के पूर्व महंत धर्म गिरि की हत्या के आरोप लगे हैं.
10. नारायण साईं
बाप नंबरी, बेटा 10 नंबरी तो सुना होगा. एकदम फिट बैठता है इस पर. ये आसाराम का बेटा है. ये भी खुद को महंत घोषित कर चुका है. फिलहाल यौन शोषण और हत्या के आरोप में जेल की हवा खा रहे हैं.
11. रामपाल
हरियाणा के सोनीपत के रामपाल हरियाणा सरकार के सिंचाई विभाग में जूनियर इंजीनियर थे. स्वामी रामदेवानंद महाराज के शिष्य बनने के बाद नौकरी छोड़ प्रवचन देना शुरू कर दिया. इनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज है. 2006 में रामपाल पर हत्या का केस दर्ज हुआ था.
इनके अलावा ऊं नम: शिवाय बाबा, खुशी मुनि, और मलकान गिरि के नाम से तीन और बाबा इस लिस्ट में शामिल हैं.
संत की उपाधि देने की प्रक्रिया तय होगी
अब यूं हीं कहीं भी कोई बाबा गेरुआ वस्त्र पहनकर संत नहीं बन जाएगा. संत की उपाधि देने के लिए एक प्रक्रिया तय की जाएगी. बैठक में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने यह फैसला किया है. ऐसा संत की उपाधि का गलत इस्तेमाल करने से रोकने के लिए किया जा रहा है. अखाड़ा परिषद ने तय किया है कि व्यक्ति की पूरी पड़ताल करने और उसका आकलन करने के बाद ही उसे संत की उपाधि दी जाएगी. उपाधि देने से पहले अखाड़ा परिषद यह भी देखेगा कि व्यक्ति की जीवनशैली किस तरह की है. ये भी देखा जाएगा कि संत के पास नकदी या उसके नाम पर कोई संपत्ति तो नहीं है. अखाड़ा परिषद के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि संपत्ति और नकदी जैसी सभी चीजें न्यास की होनी चाहिए और इसका बड़े पैमाने पर लोगों के कल्याण के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
Akhil Bharatiya Akhara Parishad comes out with a list of Fake Babas: Asaram, Radhe Maa, Gurmeet Ram Rahim, Narayan Sai, Nirmal Baba,Om Baba
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद 14 अखाड़ों की संयुक्त संस्था है, जिसमें निर्मोही अखाड़ा भी शामिल है जो अयोध्या में राम जन्मभूमि आंदोलन का चेहरा है. विश्व हिंदू परिषद भी अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के साथ मिलकर काम करता है. विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि संतों के बीच यह भावना है कि एक या दो धार्मिक नेताओं के गलत कामों की वजह से पूरे समुदाय की छवि को गलत तरीके से दिखाया जा रहा है. उन्होंने लोगों से भी अपील की कि किसी का अनुयायी बनने से पहले उसकी विश्वसनीयता जांच लेनी चाहिए.
दो दिन पहले ही मिली थी धमकी
2 दिन पहले ही महंत नरेंद्र गिरि को फोन पर धमकी मिली थी कि अगर इस लिस्ट में आसाराम बापू को शामिल किया तो जान से मार दिया जाएगा. इसकी रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है. अब जारी की गई लिस्ट में आसाराम का नाम शामिल भी किया गया है. बैठक में यह भी तय हुआ कि इन संतों के प्रयाग कुंभ में प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा. वहीं, अखाड़ा परिषद लोगों को इन बाबाओं से दूर रहने के लिए जागरूक भी करेगा.
Follow@ANINewsUPSuch hypocrite babas should be put in jails, also their assets must be probed: Akhada Parishad National President, Mahant Narendra Giri