कितनी बार दिल ये खयाल आता है
दिल ना ये जान पाता है
क्यो कुछ हमे बनना होता है
दूसरो के सामने खुद को क्यो साबित
करना है
क्यो हम मन से खाली खाली है
बाहर से क्यो हमारी दुनिया रंगीन
दिखावे वाली है
क्यो तन की सुंदरता जरूरी है
मन की सुंदरता क्यो एक कमजोरी है
क्यो काफी नहीं चहरे की मुस्कान
क्यो अोहदे की ही होती है शान
क्यो खुशियां हमारी दौलत नहीं
क्यो सुकून में हमारी सफलता नहीं
क्यो दौलत शोहरत ही जरूरी है
क्यो पैसों की गिनती जरूरी है
क्यो अपनो के साथ मुस्कान की कमी है