धीरे धीरे दिन बीतने लगे, चोको कब दिनचर्या का हिस्सा बन गयी पता ही नहीं चला. सुबह सुबह
✍️चंचल चितवन चित्त के भीतर
घनघोर घटाएं उठती हैं।
कच्ची कलिया
पापा देखो वो ड्रेस, मुझे वहीं ड्रेस चाहिए, चलो पापा दिलवाओ ना, नन्ही पीहू अपने पापा से जिद करते हुए
खोजी या डिस्कवरी कुछ नया या पहले से पहचाने गए कुछ को सार्थक के रूप मे
अम्मा मतलब मां मां का प्यार मतलब मातृत्व जो अमीर गरीब इंसान जानवर सब
आरव : मम्मी आप क्या चाहती हो साफ साफ बताओ । प्रोमिला , बेटा वो मै और तेरे पापा इस बार उसको आईफोन देन
प्यार- इश्क- मोहब्बत या एक अलग ही रूहानी इबादत! कभी
"नताशा मेरी बात तो सुनो, मेरे घरवालों ने मेरा रिश्ता कर दिया है, तुम एक बार हां कह दो तो हम लोग यहां
डेविड जेल में अपने बैरक में बैठा है। जो जेलर के ऑफिस सेप्रथम अंक
एक आदमी अपने सुअर के साथ नाव में यात्रा कर रहा था। उस नाव में अन्य यात्र
साल के इस आखिरी दिन में कुछ लिख सकने की जरा भी उम्मीद न होने के बावजू