सालों बाद वो दिखी। उसे अनदेखा करना चाहा लेकिन तब तक उसने भी मुझे देख लिया था। करीब आई और कहा, " मेरी
उन क्षणों में अंतराल कहाँ से आता जब गगनचुंबी इमारतों से घिरी एक इमारत
आठ घंटो का सफर तय करके जब चोको कानपूर से नॉएडाआयी तो ये मेरे लिए एक सरप्र
चोको को छोड़ कर हम नॉएडा आ गए थे क्यूंकि अब शादी के लिए ली हुई छुट्टिया भी ख़तम हो गयी
शुरुवात खीझ भरी हुई थी चोको के साथ, पर उसे तो जैसे दिल जीतना आता था . &nb
मुलाकात के बाद जैसे एक दो दिनों में ही मुझे चोको की दिनचर्या और स्वभाव के बारे में का
चोको से मेरी मुलाकात मेरी शादी के दूसरे दिन हुई थी, घर में नयी बहु के रूप में पहला कदम रखा
जुमानी की माँ बहुत दुखी थी,पति कैंसर से मर गए। एक बेटा और बेटी सर्प दंश से काल कलवित हो गए।
क्या आपने कभी नागमणी देखा है, या फिर इस बात में यकीन रखते हैं कि नागमणी का कोई
अस्तित्व भी हो
हर किसी का बचपन बड़ा निराला होता है । मेरा भी कुछ ऐसा ही था । पिताजी और अपनी नौकरी पर चले जाते थे
अंधेरी रात,,, सुनसान सड़क,,, और उस पर दौड़ती डॉ. बत्रा की कार। बेटवाड
मे महिन्याचा शेवटचा आठवडा होता दुपारची वेळ होती सुर्य आग ओकत होता उष्
सचिन 16 साल का लड़का था।। बहुत ही होशियार बहुत ही चालक था।।। अ
भाग-5 (जो हुआ, सो हुआ) सात-आठ दिन बीते पर चन्दन घर में ना किसी