मेरे कन्हैया सुन ले पुकार,
तेरे सिवा न मुझे किसी पे एतबार।
तेरे सहारे मेरे जीवन की डोर,
तूने छोड़ा तो जाऊं किस ओर।
ये दुनियां बड़ी ही जालिम,
करती है मुझपे अन्याय घनघोर।
तू संग हो तो, जीत लू जहां,
तेरे होंने से मुझे मिलती है राह।
मेरे कन्हैया सुन ले पुकार,
तेरे सिवा न मुझे किसी पे एतबार।