मन की आवाज़,
मन की गहराईं से।
आपकी अपनी भाषा में,
जैसे सोचे वैसे बयां करे।
विचारो को उड़ने दे,
हवा में घुलने दे।
रोशनी को आने दे,
मन में समा जाने दे।
चिड़िया को चहचहाने दे,
कोयल को गाने दे।
हर ख़ुशी को अपने मन में,
आशियाँ बनाने दे।