बचपन ही जीवन का सफर होता है। शुरू और हकीकत का सच कहता है। हम सब बचपन की यादों को कहते हैं। मेरा प्यारा मेरा सपना सच हम सोचते हैं। नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र
आप और हम जीवन के सच में आज की पीढ़ी और कल की पीढ़ीगत सोच और मानसिकता है और हम आप और हम जीवन के सच में हकीकत के साथ साथ एक संदेश भी देते हैं कि जीवन में परिवारवाद और विचारों को व्यक्त करना और समझना है। आओ पढ़े
आप और हम जीवन के सच में मन भाव और विचार का मंथन है बस एक कल्पना के साथ हम सभी जीते है
हर नई सुबह नए अहसास लेकर आती है । बदलती दुनिया के बदलाव बताती है। भंवरे घूम रहे मधुर मधु की तलाश में, क्योंकि लफ्जों से अल्फाज़ लिखे जाते हैं।। मेरे मन की बातों को लफ्जों के माध्यम से एक नई सुबह में पढ़ने के लिए हर दिन अपने अमूल्य वक्त में से थोड़ा
मेरे गांव मे , तेरे गांव मे , मेरे कसबे मे तेरे कसबे मे , मेरे शहर मे तेरे शहर मे बहुत लोग होंगे जो कभी जहाज़ मे नहीं बेठे . जहाज़ मे बेठने का किस का मन नहीं करता पर गरीब इंसान कैसे जहाज़ मे सफर करे . कैसे वो भी अमीर लोगों की तरह जहाज़ मे एक शहर से दुसर
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' टीकमगढ़ (मप्र) भारत के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार की तीसरा हाइकु संग्रह में पढ़िए हिन्दी के नवरचित हिन्दी हाइकु। इसके पूर्व राना लिधौरी के 1-रजनीगंधा ( हिंदी हाइकु संग्रह) सन्-2008 एवं 2 - 'नोनी लगे बुंदेली'(बुंदेली हाइकु सं
मन के जज़्बात मेरी कविताओं का एक संग्रह है जिसमें मैंने अपनी कविताओं के माध्यम से जीवन के विभिन्न रंगों को दर्शाने की कोशिश की है।
श्रीमान सादर नमस्कार मुझे बचपन से लिखने का बहुत शौक था इसलिए मैंने हमेशा खाली समय को व्यर्थ नहीं जाने दिया कुछ ना कुछ अवश्य लिखता रहा जो कि आज एक बड़ी संख्या बन चुकी हैं मैं चाहता हूं आप से जुड़कर अपनी कविताएं पब्लिक प्लेटफॉर्म में प्रमोट कर सकूं ज
स्कूल की ज़िन्दगी कितनी अच्छी होती है ना वहीं यदि स्कूल की लाइफ में किसी सें प्यार हो जाए तो क्या बात है.. ज़िन्दगी में कितना कुछ बदल सा जाता है.. ये कहानी 1992 के दशक की कहानी है जिसमे एक ही स्कुल में पढ़ने वाले मनु और अनु की कहानी है कहानी में प्यार क
कुछ ख़्वाब या कुछ उम्मीद जो शब्दों में आजकर हकीकत में होने का आभास करवा रही है । कुछ कविताओं के संकलन अनेक पहलुओं से जो मिलवा रही है ।
इस पुस्तक में कविता व लेख दोनों सम्मिलित हैं। यह भविष्य हेतु दिग्दर्शिका की भाँति है।
आपने संत महात्माओं नाम सुने होगें! कभी कभार देखें होंगे या नाम सुना होगा! पर मेरे जीवन में मैंने एक महान तपस्वी योगी राज संत सम्राट गुणवंत बाबा श्री क्षेत्र लाखनवाडी इनके क्षेत्र छाया में साक्षात बाबा के साथ साथ अपने जीवन का आधा जीवन काल बिताया है!
इक सफर ऐसा भी रहा ए जिंदगी! तेरे दिये हुए हर गम को भुलाने में! भूल कर भी ना भुला पाएँ हम! तेरे दिये हुए हर इक गम को! यह सोचकर शायद कोई कसर तो नहीं रह गई तेरी, ए जिंदगी हमें आजमाने में!
आप मेरी इस काव्य सरिता में विभिन्न प्रकार की कविताओं का पाठन कर पाएंगे। मैंने इसमें हर तरह की कविताओं को लिखा है और हर विषय का ध्यान रखते हुऐ रचनाएं की हैं। आशा करती हूं कि आपको मेरी इन कविताओं को पढ़ने में कोई कठिनाई नहीं होगी और यह अच्छी लगेंगी। पा
समाज में जागरूकता दिखावे में है जबकि बहुत सी चीजें जनता जानती ही नहीं है इसलिए समाज को आईना दिखाने की आवश्यकता है।।
इस डायरी का हर पन्ना पाठक को अपना सा प्रतीत होगा। जीवन के खट्टे मीठे अनुभव इसका हिस्सा है। कहीं चिलचिलाती धूप है तो कहीं शीतल छाया है। कहीं नारी की पीड़ा है तो कहीं अबोध बालक की चींख है। कहीं पशु की विवशता है।
यह पुस्तक मूमल और महिंद्रा की अमर प्रेम कथा को प्रस्तुत करती है।मूमल लोद्रवा (जैसलमेर)की राजकुमारी थी और महिंद्रा अमरकोट(वर्तमान पाकिस्तान)का राजकुमार था। पुस्तक दोनों के मध्य पनपते प्रेम मिलन, विरह की कहानी कहती है। यह एक सत्याधृत ऐतिहासिक प्रेम क
मय, मयकश, मयकशीऔर मयखाना यह विषय बहुतो का पसंदीदा विषय है और बहुतो के लिए हमेशा से एक विचारणीय विषय भी रहा है। अनेक रचनाकारों ने इस विषय पर अपनी-अपनी शैली में रचनाओं का सृजन किया। आदरणीय सुप्रसिद्ध कवि श्री हरिवंश राय बच्चन की कलम से इस विषय पर कालजय