आमुख
12 अगस्त 2023
सप्तदशी विष्णु प्रभाकर का एक उपन्यास है, जो 1947 में प्रकाशित हुआ था. यह उपन्यास भारत के विभाजन के दौरान एक परिवार के जीवन का वर्णन करता है. उपन्यास का मुख्य पात्र, जयदेव, एक युवा व्यक्ति है जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से शामिल है. जब भारत का विभाजन होता है, तो जयदेव का परिवार विभाजन के दो पक्षों में बंट जाता है| जयदेव अपने परिवार के साथ भारत में रहने का फैसला करता है, जबकि उसके भाई-बहन पाकिस्तान चले जाते हैं| उपन्यास जयदेव और उसके परिवार के जीवन में विभाजन के बाद आने वाले परिवर्तनों का वर्णन करता है| सप्तदशी एक महत्वपूर्ण उपन्यास है, क्योंकि यह भारत के विभाजन के दौरान एक परिवार के जीवन का यथार्थवादी चित्रण करता है| यह उपन्यास यह भी दिखाता है कि विभाजन ने भारतीय समाज को किस तरह से प्रभावित किया है|
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