लग जाते अंगूर नीम में
और कुए से दूध निकलता,
बिना तेल के डाले ही यदि
घर में दिया रात दिन जलता।
जोते बोये बिना खेत में गेहूँ,
धान, चना उग आते,
केला, सेब, नासपाती,
संतरा, आम हर ऋतु में आते ।
रुपया गिन्नी फैली होतीं
पृथ्वी पर जैसे हो गिट्टी,
छू लेते हम जिसे चाव से
सोना बन जाती वह मिट्टी !
इच्छा करते जहाँ ज़रा भी
तुरत वहीं पर जा सकते हम,
इच्छा करते जिसकी भी वह
चीज़ तुरत ही पा सकते हम!
बिना पढ़े ही विद्या आती
कभी न हम दुनिया में मरते,
तो क्या बतला सकते बच्चो!
हम क्या करते, तुम क्या करते ?