30 सितम्बर 2021
सुनो ना तुम सपनों में, यादों में ही आना
उसने अपने बारे में लिखने कहामैं लिख
कहना तो नहीं था उससे कुछ भी मगर,फिर
काम के बाद हर शख्स बदल जाता हैनाम
चलो चलते हैं रूप कहीं और इन रात की गलियों से दू
हर कोई जान लेता है सब राज मेरा एक अपना राज कोई बताता नहीं है
देश किसी की मजबूरी का जिम्मेदार
प्रेतोंका_भोजन* &nb
29 सितम्बर 2021
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹यूही आसानी से दिल नही लग जाती किसीसेसारे जहाँ
28 सितम्बर 2021
27 सितम्बर 2021
🌷🌹"माँ पासंग न कोई<
जिस डगर ले चलोगे, नाथ हम संग चलेंगे यूँ संग हमें
थोडी तो रही होगीमेरे अपनों की भी दगाबाजी ।
🌹🌍🌹🌍🌹🌍🌹🌍🌹🌍🌹🌍🌹🌍🌹🌍🌹🌍🌹माँ शब्द देखने में व पढ़ने में बहुत छोटा हैपर इ
26 सितम्बर 2021
कौन कहता यारों जीना आसान है । हर दिन मैं रोता हूँ, असीम द
हाँ ! हाँ !! जानती हूँ ।रोज जीना पडेगा, रोज मरना पडे
रख सब्र , वो मंजर भी आएगा।इस फकीर के पास चलकर,
प्रेरणादायक कहाँनी 📚✍🏼 दो भाई 👬🏼 समु्द्र🏝के किनारे टहल रहे थे , दोनों में किसी