बेटी, न अपने कफन से सजाओं
दैजा के कारण न इनकों सताओं
पाला है इन्हे पिता ने प्यार करके
माता दुलारी है गोदी में भरकें
भैया संग सदा सुख से है खेली
भाभी का नाता इससे मत छुड़ाओं
नही है यह नागिन दुलारी है घर की
ममता से पाली और पोशी है सबकी
दैजा के कारण न इनकों सताओं
जीतेन्द्र शर्मा