देश हमारा बदल रहा है
देश हमारा बदल रहा है
धीरे धीरे संभल रहा है
दुनिया में खुद को साबित करने को
युवा हदृय फिर मचल रहा है।।
गॅाव -गाॅव और शहर -शहर में
परिवर्तन का दौर चला हैं
ऐसा लगता है मानो
देश हमारा दौड़ पडा है।।
नये अन्वेषण,नये लक्ष्य से
प्रतिपल भारत बदल रहा है
उन्नत तकनीको के प्रयोग से
कृषि जगत भी संभल रहा है।।
फसल बीमा, मुद्रा बैक ने
बदली है गॅावो की तस्वीर
फर्टिलाइजर की कमी अब नही
नहरों मे बहेगा पानी भरपूर ।।
विकसित होगा देश हमारा
भूखा न कोई सोयेगा
हर खेत को पानी होगा
अब सूखे पर न कोई रोयेगा।।
गॅाव -गॅाव में सड़के होगी
शहर बन जायेगें स्मार्ट
मेक इन इण्डिया का बिगुल बजेगा
कोई न होगा बेरोजगार।।
जितेन्द्र शर्मा