1. मलेरिया नीम
का तेल रोग
के प्रभावित क्षेत्रो में
लार्वा के जन्म
की गिनती को
कम करने में
असरदार काम करता
है। नीम के
तेल का प्रयोग
मलेरिया को नियंत्रित करने
के लिए एक
अनुकूल तरीका है।
2. दांतों
की सुरक्षा के
लिए हम कई
दांतों की सुरक्षा वाले
उत्पादों में नीम को
पाते है क्योंकि इसमें
बेक्टीरिया को खत्म करने
की शक्ति होती
है । यह
मसूड़े की सुजन,
दांत की सडन
और कैंसर के
घावों को कम
करने में भी
मदद करता है,
इतना ही नही
नीम से तैयार
टूथपेस्ट के साथ साथ
इससे बनी चाय
भी दांत की
समस्याओ का इलाज़ करने
के लिए अद्भुत
काम करती है।
आज भी भारत
में कई लोग
नीम की डंडी
का टूथपेस्ट के
रूप में इस्तेमाल करते
है।
3. जीवाणु
रहित गुण नीम
के तेल के
में कई दिलचस्प फायदों
की सूचि के
साथ शक्तिशाली प्राक्रतिक जीवाणु
रहित गुण भी
होते है। इसे
भारत में चिकित्सीय सहायक
के रूप में
भी उपयोग किया
जाता रहा है।
नीम के तेल
का इस्तेमाल कीजये
क्योंकि यह विषाक्त रहित
है, जो घावो
में लगे कट
और संक्रमण का
इलाज़ करता है।
4. उन्मुक्त प्रणाली को
बढ़ा देता है
भारत में लोग
नीम के तेल
का प्रयोग स्वास्थ्य की
कई समस्याओ को
दूर करने के
लिए करते है
। इसमें दो
तत्व होते है
निम्बिन और निम्ब्दीन जो
रक्षक का कार्य
करते है और
जिनसे नीम का
तेल विषाणुराहित और
जीवाणुराहित का भी कम
करता है नीम
के तेल की
मदद से आपका
शरीर विषाणु और
तेज़ बुखार से
लड़ता है।
5. रुसी
के इलाज़ के
लिए नीम का
तेल आपका सबसे
अच्छा दोस्त है
जिसका उपयोग प्राक्रतिक तरीके
से रुसी के
इलाज़ के लिए
किया जाता है।
नीम का इस्तेमाल बालो
के लिए बहुत
सारे उत्पाद जैसे
शेम्पू और तेलों
के लिए भी
किया जाता है।
नीम के तेल
के नियमित उपयोग
से बालो को
झड़ने से रोका
जा सकता है
और बालो को
जड़ से मजबूत
बनाया जा सकता
है।
6. घुंघराले बालो
को ठीक करता
है रोजाना नीम
के तेल की
कुछ बूंदों से
अपने बालो पर
शेम्पू करे और
एक मिनिट के
लिए रखे जिससे
आपके बाल सूखने
के बाद चमकदार
बनेंगे।
7. त्वचा
के मुहांसों से
छुटकारा नीम का
तेल एक जिवाणुरोधी उत्पाद
है जो त्वचा
से जीवाणु और
मुहांसों को दूर करता
है इसमें पाया
जाने वाला एक
तत्व एस्परिन के
समान कार्य करता
है और आपके
मुहांसों को मिटाता है।
8. ऑक्सीकरण रोधक
नीम में सबसे
ज्यादा ऑक्सीकरण रोधक
तत्व होते है।
ये त्वचा को
पर्यावरण के परिवर्तन से
होने वाले नुकसान
को दूर करने
में मदद करता
है। यह उम्र
बढाने वाले कणों
से लड़ता है
नीम के तेल
को नियमित चेहरे
पर लगाने से
झुर्रियो को कम करने
में मदद मिलती
है।
9. त्वचा
संक्रमण के लिए एथलीट
फूट, नाख़ून कवक
जैसे त्वचा रोग
फंगल संक्रमण के
कारण होते है
नीम में पाए
जाने वाले दो
योगिक गेदुनिन और
निबिडोल त्वचा में पाए
जाने वाले फफूंद
को समाप्त करते
है और संक्रमण को
कम करते है।