ज्ञातव्य हो कि 15 जनवरी 1949 को ब्रिटिश प्रमुख सर फ्रांसिस बुचर ने भारतीय सेना के कमांडर-इन चीफ का पद लेफ्टिनेंट जनरल के.एम.करियप्पा को सौंपा था। भारतीय सेना की कमान पूरी तरह से मिलने के उपलक्ष्य में ही हर वर्ष 15 जनवरी को भारतीय सेना दिवस मनाया जाता है| आज भारत अपना 68वां सेना दिवस मना रहा है। पूरे विश्व में अपनी बहादुरी और अनुशासन के लिए लोकप्रिय भारतीय सेना पर हर भारतीय को गर्व है जो बुरी से बुरी परिस्थितिओं के बावजूद हमारे देश की रक्षा हेतु अपने प्राणों को न्योछावर करने से भी नहीं चूकती| चाहे भीषण ठंड-गर्मी हो या बारिश-तूफान हमारे एवं देश की सुरक्षा में हर पल सजग एवं मुस्तैद दुनिया की किसी भी सेना को टक्कर देने का माद्दा रखती है हमारे गर्व की प्रतीक भारतीय सेना ।्
भारतीय सेना दिवस पर आइये जानें भारतीय सेना और सेना दिवस से जुड़ी कुछ खास बातें
- भारतीय सेना
दुनिया में सबसे ऊंचे युद्ध के मैदान सियाचिन ग्लेशियर, जो समुद्री-सतह से लगभग 5000 मीटर ऊपर है तक पर मुस्तैद है जिसकी पूरे विश्व
में कोई मिसाल नहीं|
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दुनिया में भारत
के पास सबसे बड़ी 'स्वैच्छिक' सेना है| सभी सेवारत और
रिजर्व कर्मियों ने वास्तव में इस 'सेवा' को स्वतः ही चुन रखा है। हालाँकि
भारतीय संविधान में जबरन सेना-भर्ती का भी प्रावधान है लेकिन आज तक इसका प्रयोग
नहीं किया गया है।
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भारतीय सेना
पहाड़ी लड़ाइयों में बेहद माहिर है| ज्ञात हो कि भारतीय सेना का ‘हाई ऑल्टीट्यूड
वॉरफेयर स्कूल’ दुनिया के सबसे अच्छे ट्रेनिंग संस्थानों में से एक गिना जाता है। गौरतलब
है कि अफगानिस्तान भेजे जाने से पहले अमेरिका के स्पेशल फोर्स की ट्रेनिंग भी इसी
इंस्टीट्यूट में हुई थी। यहाँ तक कि यूके और रूस से भी जवान यहां ट्रेनिंग के लिए
आते हैं।
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1970 और 1990 के
दशक में भारत ने छिपकर अपने परमाणु शस्त्रागार का परीक्षण किया था और सीआईए तक को
इसकी भनक नहीं लग पाई थी। आज भी इसे सीआईए की सबसे बड़ी विफलताओं में से एक माना
जाता है और हमारी सेना की विशिष्ट चतुराई|
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भारत की अन्य
सरकारी संगठनों और संस्थाओं की तरह,
जाति या धर्म के आधार पर भारत सेना में आरक्षण
के लिए कोई प्रावधान नहीं है| यहाँ सैनिकों की भर्ती उनके समग्र योग्यता, कड़े परीक्षण और फिटनेस के आधार पर होती है। कोई भी भारतीय नागरिक अगर एक बार
सेना में भर्ती हो जाता है, तो वो सैनिक कहलाता है न कि धर्म विशेष से जुड़ा
व्यक्ति|
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देश की न केवल
वाह्य-आतंरिक सुरक्षा वरन प्राकृतिक आपदाओं में भी सेना के सराहनीय कार्यों का दुनिया
में कोई सानी नहीं|
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महत्वपूर्ण है कि
13 लाख से ज्यादा सक्रिय सैनिकों के साथ भारतीय सेना दुनिया
की तीसरी सबसे बड़ी सेना है|
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भारतीय फौज ने 1947, 65, 71 और 1999 में पाकिस्तान से लड़ाई लड़ी और सभी में फतह
हासिल की। हालाँकि 1962 में चीन के खिलाफ भारत को हार झेलनी पड़ी
लेकिन इस युद्ध में भी भारतीय सेना की बहादुरी की पूरी दुनिया में आज भी चर्चा
होती है|
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आज के दिन दिल्ली
में अमर जवान ज्योति पर उन सभी सैनिकों को हार्दिक श्रद्धांजलि दी जाती है
जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। वहीं सेना के सभी
कमान-हेडक्वाटर्स पर और सेना की सभी यूनिटों में भी विभिन्न प्रकार के आयोजन किए
जाते हैं जिनमें बहादुरी के लिए जांबाज सैनिकों को पदक एवं सम्मान प्रदान किए जाते
हैं।
भारतीय सेना दिवस
पर पूरे देश की ओर से हमारे सभी वीर-सपूत सैनिकों को शत-शत नमन !!! जय हिन्द!!!